Scholarship पर संकट:प्रमोट छात्रों की स्कॉलरशिप रोकी ही थी अब 11 छोटी योजनाएं भी मर्ज होंगी
Scholarship: कोरोना ने पढ़ाई, परीक्षा और परिणाम पर तो प्रहार किया ही, अब स्कॉलरशिप पर भी संकट पैदा कर रहा है। उच्च शिक्षा विभाग ने प्रमोटी सेकंड-थर्ड ईयर के छात्रों की स्कॉलरशिप रोकी अब 11 ऐसी स्कॉलरशिप को भी नहीं देने का मन बनाया है जिसमें राशि कम है।
राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने बंद करने का सुझाव भेजा है। कॉलेज शिक्षा विभाग का कहना है कम राशि के कारण कम आवेदन हैं, ऐसे में इन्हें मर्ज करके मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृत्ति की तर्ज पर तैयार किया जाएगा।
ये 11 ऑफलाइन स्कॉलरशिप हैं जिन्हें मर्ज करने का सुझाव है
- उर्दू के छात्रों के लिए 100-150 रुपए माह, से 120-240 रुपए/माह
- महिला योग्यता 120-240 रुपए महीना, मृतक राज्य कर्मचारी के बच्चों को 500-750 प्रति 10 माह
- कारगिल शहीदों के आश्रितों को 300 रुमाह, स्वतंत्रता सेनानियों के बच्चों/ पौत्र-पौत्रियों को 60 रुपए महीना, पूर्व सैनिकों की पुत्रियों को 5 हजार वार्षिक {ललित कला विशारद को 60 और निपुण को 120 रुपए, मिलिट्री कॉलेज देहरादून 2700 रुसाल, शोध ( स्वीकृत होने पर) और भारत- पाक एवं चीन युद्ध में मृतक आश्रितों को स्कॉलरशिप मिलती है।
आधी करने और 2 साल के अंक जोड़ने का भी प्रस्ताव
कॉलेज शिक्षा आयुक्त संदेश नायक का कहना 5 हजार की बजाय 2500 करने या प्रमोट ईयर व पहले की साल के अंक जोड़कर स्कॉलरशिप देने जैसे विकल्प हैं। स्कॉलरशिप के लिए 28 तक आवेदन कर सकते हैं।