Shark Tank Indias Anupam Mittal Talks About Experiencing Anxiety And Panic Attacks | What Is Panic Attacks, Sympotoms And Causes
रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया की जानी-मानी हस्ती अनुपम मित्तल (Anupam Mittal) इस शो में अहम शार्क में से एक हैं. एक सफल उद्यमी के तौर पर पहचान बना चुके अनुपम मित्तल अक्सर अपने रिश्तों और अनुभवों को साझा करने के चलते चर्चा में रहते हैं. हाल ही में एक मीडिया हाउस को दिए अपने एक साक्षात्कार में अनुपम मित्तल (Anupam Mittal panic attack) ने अपने जीवन में आई परेशानियों और चिंता पर बात की. इस बीच उन्होंने मुश्किल समय में अपने मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर भी चर्चा की और बताया कि किस तरह से कैसे डॉटकॉम संकट के दौरान अमेरिका में काम करते समय, उन्हें घबराहट, बेचैनी और पैनिक अटैक (panic attack) का अनुभव हुआ था.
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अनुपम मित्तल ने बताया ”पैनिक अटैक एक ऐसी चीज़ है जिसका, यदि आपने अनुभव नहीं किया है, तो भगवान न करे कि आप ऐसा कभी न करें”
Panic Attacks & Panic Disorder : कई बार आपने कुछ लोगों को अचानक से डरते, घबराते, कांपते या पसीना-पसीना होते देखा होगा? जिसे मेडिकल की भाषा में पैनिक अटैक कहा जाता है. ऐसी स्थिति में इंसान का दिल बहुत तेज धड़कने लगता है और उसकी सांसें भी बहुत तेज चलने लगती है. जिसके कारण व्यक्ति बेहाल हो जाता है. जानकारी के अनुसार जो इंसान पैनिक अटैक का सामना करता है उसकी ये स्थिति सामान्यत: 15 से 20 मिनट रहती है. अगर किसी को बार-बार इस समस्या का सामना करना पड़े तो इसको पैनिक डिसऑर्डर कहा जाता है. ये एक गंभीर समस्या है जिसके लिए समय पर उपचार कराना चाहिए. इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं. जिन्हें जानना बहुत जरूरी है. जानिए क्यों आता है पैनिक अटैक, क्या होता है पैनिक डिसऑर्डर, इनसे बचने का क्या है उपाय
क्या है पैनिक अटैक और पैनिक डिसऑर्डर , इसके कारण (What Is Panic Attack & Panic Disorder, Causes)
पैनिक अटैक क्या है?
पैनिक अटैक सामान्य ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान को अचानक कुछ समय के लिए घबराहट का दौरा पड़ता है, वो पसीने से भीग जाता है यहां तक कि उसकी सांसें भी बहुत तेज चलने लगती है. उस इंसान को ऐसा महसूस हो सकता है कि उसको दिल का दौरा पड़ रहा है.
पैनिक डिसऑर्डर क्या है?
पैनिक डिसऑर्डर एक चिंताजनक स्थिति है. जिसमें कई बार पैनिक अटैक आ सकते हैं. पैनिक डिसऑर्डर की एक मुख्य विशेषता ये है कि इसके अटैक के पहले किसी तरह के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते. ये अचानक ही आने लगते हैं. पैनिक डिसऑर्डर में अक्सर कोई विशेष ट्रिगर नहीं होता है. इसके अलावा पैनिक अटैक का अनुभव करने वाले हर व्यक्ति को पैनिक डिसऑर्डर हो ये जरूरी नहीं है.
पैनिक अटैक का कारण क्या है?
विशेषज्ञों की मानें तो उनके अनुसार ये कहना मुश्किल होगा कि किसी भी इंसान को पैनिक अटैक क्यों होता है या वह व्यक्ति पैनिक डिसऑर्डर का शिकार क्यों हुआ.
कोई भी इंसान डर और चिंता को कैसे समझता है और उससे कैसे निपटता है? इसमें उस व्यक्ति का दिमाग और तंत्रिका तंत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसके कुछ कारण ये हो सकते हैं.
फैमिली हिस्ट्री : घबराहट संबंधी किसी तरह की समस्या के पीछे फैमिली हिस्ट्री भी मायने रखते हैं. अगर आपके भाई-बहन या माता-पिता में से किसी एक को ये स्थिति है, तो आपको पैनिक डिसऑर्डर विकसित होने की संभावना 40% तक बढ़ सकती है.
मानसिक स्वास्थ्य : जिन लोगों को टेंशन, डिप्रेशन या कोई मानसिक समस्या है तो उनमें पैनिक अटैक का खतरा अधिक हो जाता है.
बचपन के कुछ बुरे अनुभव : कुछ बच्चों में या इंसान में 1 से 17 साल तक की उम्र में कुछ नकारात्मक अनुभव होते हैं. जिसके कारण भी पैनिक अटैक और पैनिक डिसऑर्डर की गंभीर समस्या देखने को मिलती है.
पैनिक अटैक से बचाव
- कैफीन, शराब और धूम्रपान से बचें. ये पैनिक अटैक को बदतर बना सकते हैं.
- स्ट्रेस को मैनेज करने, तनाव दूर करने और अपने मूड को बेहतर बनाने में मदद के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें.
- स्वस्थ आहार लें.
- तनाव को स्वस्थ तरीकों से प्रबंधित करें.
- हर्बल सप्लीमेंट या ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाएं लेने से पहले डॉक्टर से बात करें. कुछ चीजें एंग्जाइटी को बढ़ा सकती हैं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)