South Korea Orders Evacuation After North Fires Over 200 Artillery Shells – उत्तर कोरिया ने दागे 200 गोले, दक्षिण कोरिया ने लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर जाने के दिये आदेश


उत्तर कोरिया ने दागे 200 गोले, दक्षिण कोरिया ने लोगों को सुरक्षित स्‍थानों पर जाने के दिये आदेश

सुरक्षा के मद्देनजर नागरिकों को क्षेत्र खाली करने के लिए कहा गया…

खास बातें

  • उत्तर कोरिया ने विवादित समुद्री सीमा पर हथियारों का अभ्यास किया
  • उत्तरी क्षेत्रों में 200 से अधिक राउंड गोलीबारी की…
  • सुरक्षा के मद्देनजर नागरिकों को क्षेत्र खाली करने के लिए कहा गया है.

सियोल:

दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय और स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को दो दक्षिण कोरियाई द्वीपों के पास तोप से 200 से अधिक गोले दागे, इसके बाद यहां रहने वाले लोगों को निकासी के आदेश दिए गए हैं. फायरिंग प्योंगयांग में किम जोंग-उन के बार-बार दी गई चेतावनी के बाद हुई है. उत्‍तर कोरिया के तानाशाह ने पिछले दिनों कहा था कि वह दक्षिण कोरिया और उसके सहयोगी अमेरिकी के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार है.

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एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने एक ब्रीफिंग में कहा, “उत्तर कोरियाई सेना ने आज सुबह लगभग 09:00 बजे से 11:00 बजे (1200 से 0200 GMT) तक बेंगनीओंग द्वीप के उत्तरी भाग में जांगसन-गोट और येओनपयोंग के उत्तरी क्षेत्रों में 200 से अधिक राउंड गोलीबारी की. योनप्योंग के स्थानीय अधिकारियों ने एएफपी को बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर नागरिकों को क्षेत्र खाली करने के लिए कहा गया है.

दक्षिण कोरिया का येओनप्योंग द्वीप पीले सागर में स्थित है. यह इंचियोन से लगभग 80 किलोमीटर पश्चिम में और उत्तर कोरिया के ह्वांगहे प्रांत के समुद्र तट से 12 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है. बेंगनीओंग द्वीप के अधिकारियों ने भी वहां निकासी आदेश की सूचना दी. 

बेंगनीओंग द्वीप के एक स्थानीय जिला अधिकारी ने एएफपी को बताया, उन्‍हें कहा गया है कि दक्षिण कोरियाई सेना शीघ्र ही एक नौसैनिक अभ्यास करेगी. इसलिए हम निकासी की घोषणा कर रहे हैं.” 

प्योंगयांग ने नवंबर 2010 में येओनप्योंग द्वीप पर 170 तोपखाने के गोले दागे, जिसमें 1950-53 के कोरियाई युद्ध के बाद किसी नागरिक क्षेत्र पर पहले उत्तर कोरियाई हमले में दो नागरिकों सहित चार लोगों की मौत हो गई. किम द्वारा कई एडवांस आईसीबीएम का परीक्षण करते हुए देश को परमाणु शक्ति का दर्जा संविधान में शामिल करने के बाद दोनों कोरियाई देशों के बीच संबंध दशकों में सबसे निचले स्तर पर हैं.

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