Success Story: सरकारी स्कूल से पढ़ाई, कोचिंग भी नहीं गयी, घर पर रहकर की तैयारी और भावना बन गईं DSP
पूर्णिया की भावना डीएसपी पद के लिए चयनित हुई हैं.भावना को बीपीएससी की परीक्षा में 116 वां रैंक मिला है.बेटी की सफलता पर परिजनों में खुशी का माहौल
पूर्णिया. वो कहते हैं न कि अगर आप किस ड्रीम के लिए जी लगाकर मेहनत करते हैं तो आपके पास संसाधन भले ही सीमित लेकिन आपको सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता है. बिहार के पूर्णिया जिले की एक और बिटिया ने बीपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर इस बात को सच साबित कर दिया है. दरअसल पूर्णिया के हरदा की वीणा देवी और विनोद साह की बेटी भावना कुमारी को बीपीएससी की परीक्षा में 116 वां रैंक मिला और वह डीएसपी पद के लिए चयनित हुई हैं. खास बात यह कि भावना ने कहीं किसी बड़े कोचिंग से तैयारी नहीं की बल्कि घर में ही रहकर बीपीएससी की तैयारी की और सफलता प्राप्त कर ली.
बिटिया की इस सफलता से परिजनों, शिक्षकों और हरदावासियों में काफी खुशी है. लोगों ने मिठाई खिलाकर अपनी बिटिया का स्वागत किया. भावना कहती हैं कि उसने बचपन से अब तक गांव यानि हरदा में ही रहकर पढ़ाई की. यही के सरकारी स्कूल हरदा उच्च विद्यालय से मैट्रिक की फिर मरंगा कॉलेज से, इंटर और स्नातक की पढ़ाई पूरी की. घर में ही रहकर बीपीएससी की तैयारी की. गणित विषय रखकर उन्होंने बीपीएससी की तैयारी शुरू की. कई पुस्तकों के साथ यूट्यूब से भी उन्हें काफी मदद मिली.
पहले ही प्रयास में PT में मिल गयी थी सफलता
भावना का कहना है कि उन्होंने पहली बार के प्रयास में बीपीएससी का पीटी उत्तीर्ण कर ली थी. फिर दूसरी बार के प्रयास में मेंस तक हुआ. लेकिन, इस बार तीसरे प्रयास में फाइनल सफलता मिली है, जिसमें उन्हें डीएसपी पद मिला है. भावना कहती हैं कि उन्होंने काफी संघर्ष किया है तब जाकर आज उन्हें यह सफलता मिली है. इससे वह काफी खुशी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उन्हें जो भी जिम्मेदारी मिलेगी वह इमानदारी पूर्वक निर्वहन करेगी. भावना ने कहा कि इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता दोस्त और शिक्षक की अहम भूमिका रही है.
परिजनों में काफी खुशी
वहीं भावना की मां वीणा देवी और पिता विनोद साह ने कहा कि बेटी के डीएसपी बन जाने से काफी खुशी है. वे लोग चाहते हैं कि वह इमानदारी पूर्वक बिना किसी विवाद में रहे अपनी ड्यूटी निभाए. पिता विनोद साह ने कहा कि उनके चाचा ही भावना को पढ़ाते थे. घर वालों का काफी सपोर्ट था. भावना ने काफी संघर्ष की, जिसके बदौलत आज यह बड़ी सफलता मिली. भावना के पिता विनोद साह हरदा बाजार में ही मेडिकल का दुकान करते हैं जबकि मां गृहणी है.
Tags: Bihar news today, BPSC, Purnia news
FIRST PUBLISHED : November 28, 2024, 15:44 IST