Success Story : कभी गली-गली जाकर बेचता था पापड़, फिर शुरू किया यह काम, बदल गई किस्मत, आज कमा रहा लाखों


धीर राजपूत/फिरोजाबाद: कहते हैं कि मेहनत का फल मीठा होता है. कुछ ऐसी ही एक संघर्ष की कहानी है फिरोजाबाद में रहने वाले एक शख्स की. यह शख्स कभी घर के खर्चे चलाने के लिए गली गली जाकर नमकीन पापड़ बेचता था. लेकिन एक दिन किस्मत ने इस शख्स की जिंदगी में ऐसा बदलाव किया कि अब इसे लाखों की इनकम होती है.अपने बच्चों को पढ़ा लिखाकर अपने साथ ही लगा लिया है. पापड़ बेचने का काम छोड़कर इस शख्स ने लेजर आइटम बनाने की अपनी एक फर्म शुरु की है. जिसके जरिए उसे कई जिलों से लेजर आइटम बनाने के लाखों रुपए के ऑर्डर मिलते हैं .जिससे उसे अच्छी इनकम भी होती है.

बीस साल तक गली-गली बेचे नमकीन पापड़

फिरोजाबाद के हुमांयूपुर में रहने वाले मुन्नालाल ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि वह पिछले बीस साल से फिरोजाबाद में गली गली जाकर नमकीन पापड़ बेच रहे थे. इसी से उनके घर का खर्चा चलता था. फिर एक दिन उन्होंने शहर में ही एक जगह लेजर प्रिटिंग का काम होते देखा, तो उन्होंने अपने बेटे को बताया. फिर बेटे के साथ जाकर कुछ दिन लेजर काम सीखा. उसके बाद कुछ पैसे इकट्ठे किए और कुछ कर्ज लेकर लाखों रुपए की लेजर मशीन खरीद ली. गोमती नगर में एक जगह किराए पर ली और वहीं लेजर आइटम बनाने का काम शुरु किया. इस काम को एक साल पहले ही शुरु किया है. इसमें उनका बड़ा बेटा काम की देखरेख करता है. वहीं उन्हें एक साल में ही कई जगहों से लाखों रुपए के ऑर्डर भी मिलने लगे हैं. जिससे उनकी अच्छी इनकम भी होती है.

20 रुपए से लेकर लाखों रुपए के तैयार होते हैं लेजर आइटम

मुन्नालाल ने बताया कि उनकी फर्म पर लकड़ी पर मशीन से लेजर डिजाइन तैयार की जाती है. इसमें देवी-देवताओं की तस्वीर, मंदिर के अलावा लाइटिंग वाले लेजर आइटम भी तैयार होते हैं. इन मशीनों के जरिए कटिंग होती है. जिसे लाइट के साथ तैयार कर बेचा जाता है. इन आइटमों की कीमत बीस रुपए से लेकर दो लाख तक रहती है. वहीं उन्हें फिरोजाबाद के अलावा शिकोहाबाद, आगरा, एटा तक से लेजर आइटम बनाने के ऑर्डर मिलते हैं.

Tags: Hindi news, Local18, Success Story



Source link

x