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लखेश्वर यादव/ जांजगीर चांपा: नौकरी करने वाला व्यक्ति खेती किसानी बहुत ही कम करता है. नौकरी से रिटायर होने के बाद लोग भाग दौड़ और व्यस्तम जिंदगी को छोड़ कर अपना जीवन परिवार के साथ बिताने की सोचते हैं. लेकिन आज भी जांजगीर चांपा जिले के बिर्रा गांव में एक ऐसा व्यक्ति ऐसा किसान हैं, जो रिटायरमेन्ट के बाद अपने आप को प्रकृति के सेवा में लगा रहा है और अपने अधिकांश समय बाड़ी में देता है. जिनका नाम रामलाल कश्यप और यह समान्य खेती से हटकर कुछ नया उगाने की सोची और अपने बाड़ी में कश्मीरी सेब, विभिन्न प्रजाति के आम, बेर और कई प्रकार के खेती कर रहे हैं. इसके साथ ही विदेश प्रजाति के अमरुद, केला, बेर, अनानास, आम फल के खेती कर रहे हैं.

अपको बता दें कि जांजगीर चांपा जिला के बम्हीडीह ब्लाक अन्तर्गत बिर्रा गांव के किसान रामलाल कश्यप ने ढाई एकड़ खेती भूमि को फल के पेड़ पौधे और औषधि पेड़ो लिए सुरक्षित कर दिया है. इस बाड़ी में ना केवल देशी फल फूल लगे हैं, बल्कि विदेशी प्रकार के पेड़ की विभिन्न प्रजाति का संग्रहण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है और कश्मीर के सेव की लें, साथ ही 200 अलग अलग प्रजाति के पेड़ फल फूल रहे हैं. विदेशी आम की 37 से अधिक प्रजाति अभी मौर (फूल) लगे हुए है. इसके साथ ही अमरुद, केला, बेर,अनानास के विदेश प्रजाति के पेड़ लगे हुए हैं, जो अभी फलना शुरूवात कर रहे हैं.

विदेश फलों के पेड़ तैयार
अपनी इस नए अंदाज में खेती के बारे में किसान राम लाल कश्यप ने बताया कि उन्हें शुरू से पेड़ पौधे का शौक था. तो जब वह महानदी कोल फिल्ड ओडिशा में इलेक्ट्रिकल फोर मेन के पद पर नौकरी से रिटायर होने के बाद अपने गांव बिर्रा आए. तो उन्होंने देखा कि यहां सभी किसान सिर्फ धान की ही खेती करते है. तो उनके द्वारा कुछ नया और हटकर खेती करने की सोची और यूट्यूब और टीवी में खेती किसानो कार्यक्रम देख कर पेड़ पौधे लगाने की तैयारी की. 03 साल पहले अपने खेत में नई मिट्टी डालकर पूरा पाट दिया और कश्मीर और हिमाचल जा कर वहां से भी सेव और आम के कलम खरीद लाया और लगाया और काफी जतन करने के बाद अब सेव, आम और विदेश फलों का पेड़ तैयार हो गया है और फूल लगना भी शुरू हो गया है.

37- 38 प्रकार के आम
किसान रामलाल ने बताया कि सेव पांच प्रकार के जिसमे हरिमन, 99, अन्ना, डोरसेट गोल्डन, ट्रेपिकल स्वीट, माईकल एप्पल है. जिसमे से 04 प्रकार के सेव में इस साल साल फल होगा. वही आम के बारे में बताया की पिछले साल से फ्रूटिंग में आ गया है. इस साल से फल होगा जिसमे आम्रपाली और मल्लिका देशी आम है. वही विदेशी आम में 37- 38 प्रकार के आम लगाए हुए हुआ जिसमे सबसे प्रसिद्ध आम मियाजकी है जिसकी प्रतिकिलो ढाई लाख रुपए कीमत है.

सब्जी पौष्टीकता से भरपूर
इसके साथ ही ब्रोलयकिंग आम जिसका वजन लगभग 5 केजी होगा है. नूरजहां, 4kg आम, बनाना मैंगो, महा चाणक्य,और बहुत से प्रकार के आम लगाए हुए है. जिसमे सभी के अलग अलग खासियत है. वही ये सभी कलम पेड़ लगाने के कारण इनकी ऊंचाई मात्र 3 – 4 फीट ही है लेकिन इसका फूल किसी बड़े वृक्ष से कम नहीं है. और बताया कीइस पौधो में रासायनिक खाद का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं करते है बल्कि गोबर खाद और जीवाश्म का उपयोग करते है. ताकि फलों और सब्जी भी पौष्टीकता से भरपूर रहे. ये सभी के साथ मुसबी, अमरूद, केला, के भी विदेशी फ्लेवर के लगाए हुए है.

प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगाए
वही किसान रामलाल ने अपने बाड़ी में सभी जड़ी बूटियों के पेड़ पौधे भी लगाए है ताकि उनके नर्सरी (बड़ी) में आन वाले देख पाए की कौन सा पौधा कैसा है.और सभी आम लोगो से अपील की है की प्रत्येक व्यक्ति पेड़ लगाए. चाहे किसी भी फल का पेड़ हो लेकिन लगाए जरूर

Tags: Farming, Local18



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