Tax is imposed on cows and robots at some places know weird taxes around the world


पिछले कुछ समय से देश में रोबोट टैक्स लगाने पर बहस छिड़ी हुई है. यानी जो कंपनियां रोबोट्स से काम ले रही हैं उन्हें टैक्स चुकाना होगा. वहीं कुछ देशों में इसे लागू किया जा रहा है. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि दुनियाभर में कुछ टैक्स इतने अजीब हैं कि उन्हें सुनकर ही आपकी हंसी छूट जाएगी. चलिए आज हम इस स्टोरी में कुछ ऐसे ही टैक्सों के बारे में जानते हैं.

गाय पर टैक्स

आपको जानकर हैरानी होगी कि डेनमार्क और कुछ यूरोपियन नेशन गायों के पादने पर टैक्स लगाया जाता है. दरअसल ग्लोबल वॉर्मिंग का मुकाबला करने के लिए यह टैक्स लगाया जाता है. कुथ रिपोर्ट्स के अनुसार, यूरोप के कुल ग्रीनहाउस में गाय के हवा छोड़ने का 18 फीसदी योगदान होता है. आयरलैंड में यह टैक्स जहां हर गाय पर 18 डॉलर का टैक्स लगता है वहीं डेनिश किसानों को हर गाय पर 110 डॉलर का टैक्स देना पड़ता है.

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दाढ़ी पर टैक्स
आपको सुनकर हंसी आएगी लेकिन 1705 में रूस के शासक पीटर द ग्रेट ने दाढ़ी पर टैक्स लगाया था. दरअसल पीटर की इच्छा थी कि रूस का समाज भी यूरोपीय देशों के समाज की तरह आधुनिक हो और लोग नियम से दाढ़ी मुंडवाते रहें. उस समय रूस में दाढ़ी टैक्स चुकाने वालों को एक टोकन मिलता था. जिसे उन्हें हर समय साथ लेकर चलना होता था.

खिड़की पर टैक्स
सुनने में अजीब लगे लेकिन 1696 में विलियम तृतीय ने खिड़की पर टैक्स लगाया था. ऐसे में उस समय जिसके घर में जितनी खिड़की होती थीं उतना ज्यादा टैक्स देना होता था. बाद में लोगों ने अपने घर में खिड़कियां कम करनी शुरू कर दीं जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं पैदा होने लगीं. जिसके चलते बाद में यह टैक्स खत्म कर दिया गया.

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ब्रेस्ट टैक्स
भारत के त्रावणकोर राज्य में समाज के वंचित वर्गों की महिलाओं पर ब्रेस्ट टैक्स देना होता था. दरअसल उस समयनीची जातिकी महिलाओं को स्तन ढकने की आजादी नहीं थी. ऐसे में स्तन ढाकने के लिए उन्हें टैक्स चुकाना पड़ता था. ऐसे में टैक्स कलेक्टर्स ब्रेस्ट माप कर उसी के अनुसार टैक्स वसूलते थे, जिससे परेशान होकर एक बहादुर युवती ने अपना स्तन काटकर टैक्स कलेक्टर के हाथ में ही दे दिया था. जिसके बाद इस टैक्स को खत्म कर दिया गया.

ज्यादा स्मोक करने पर टैक्स
जब चीन में आर्थिक संकट चल रहा था तो उस दौरान मध्य चीन के हुबेई प्रांत में स्थानीय प्रशासन ने अधिकारियों ने ज्यादा राजस्व इकट्ठा करने के लिए और स्थानीय निर्माताओं को बढ़ावा देने के लिए बाहरी सिगरेट पीने पर टैक्स लगा दिया था.

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