The flood took away the houses of these people. People are forced to destroy their built houses and move to a higher place

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मो. सरफराज आलम/सहरसा. हर साल कोसी वासियों को बाढ़ के कारण अपना आशियाना बदलना पड़ता है. अपने बने बनाए घर को छोड़कर लोग दूसरे जगहों में शरण लेते हैं. बाढ़ के कारण घर उजड़ता देख पीड़ितों के दर्द को आप नहीं देख पाएंगे, आंखों से गिरता पानी आपका दिल तोड़ देगा.

कोसी नदी में बाढ़ आने के कारण नवहट्टा प्रखंड अंतर्गत रसलपुर, बिरजेन, कुंदह, झारवा, बकुनियां, सहित सहित तटबंध के अंदर बसे दर्जनों गांव में पानी भरा हुआ है. लोगों का घर कोसी नदी में समा रहा है. ग्रामीण डरे सहमे हैं. ग्रामीण अब ऊंचे स्थान पर अपना सामान लेकर जाने को मजबूर हैं. वहीं, पलायन कर रहे ग्रामीण विद्यानंद यादव की मानें तो कोसी नदी में हमलोगों का घर कट गया है साथ ही साथ बहुत लोगों का घर कट गया है. हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हमलोग गांव से भागकर ऊंचे स्थान पर आए हैं और रहने के लिए छोटा सा घर बना रहे हैं.

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सरकार नहीं कर ही कोई मदद
वहीं, पलायन कर रही महिला राम सती कहते हैं कि हम लोगों का घर कोसी नदी में आई बाढ़ के कारण कट गया है. अभी हम लोग बांध पर बसने आए हैं. सरकार कोई मदद नहीं कर रही है न कोई सामान दिया जा रहा है क्या करेंगे. महिला आशा देवी की मानें तो जो उन्होंने घर बनाया था वो भी कोसी नदी में बह गया है. वैसे तो सरकार के कागजी स्तर पर किसी प्रकार की कोई कमी बताई नहीं जाती है लेकिन धरातल पर नजर कुछ और ही देखने को मिलती है. लोग सरकारी सुविधा से वंचित रहते हैं अब यहां के लोग सरकार के प्रति नाराजगी भी जाहिर कर रहे हैं.

Tags: Bihar flood, Bihar News, Local18

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