The prices of gold and silver are fixed daily in the market know whether the prices of diamonds do not fluctuate what is the reason for this
आप हर रोज सुनते होंगे कि सोना-चांदी का दाम बढ़ता और घटता है. इतना ही नहीं बहुत सारे लोग सोने में निवेश करना भी पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि सोने-चांदी का दम रोज क्यों नहीं तय होता है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.
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सोना-चांदी का दाम
बता दें कि कई ऐसी चीजें हैं, जिनकी कीमत हर रोज घटती और बढ़ती है. इनमें से एक सोना भी है,सोने की कीमत भी रोज बदलती है. लेकिन हीरे की कीमत हर रोज नहीं घटती और बढ़ती है. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है?
बाजार खुलने पर रेट में बदलाव
हर रोज बाजार खुलने पर सोना-चांदी महंगा या सस्ता हो जाता है. बता दें कि दरअसल सोने की कीमत कई बातों पर निर्भर करती है. इनमें आर्थिक और पॉलिटिकल कारण सबसे अहम हैं. ये घरेलू और वैश्विक दोनों तरह के हो सकते हैं. उदाहरण के लिए समझे कि जैसे अगर हमारे देश की सरकार ने सोने के इंपोर्ट से जुड़ा कोई नया नियम लागू किया है, तो इसका असर सोने की कीमत पर पड़ेगा. इसी तरह सोने का एक्सपोर्ट करने वाले देश में किसी साल उत्पादन घट जाता है, तो इसका असर भी घरेलू बाजार में सोने की कीमत पर पड़ेगा. इसी तरह देश में या विदेश में ऐसे कई घटनाएं होती हैं, जिनका असर सोने की कीमत पर पड़ता है.
कैसे तय होती है सोने की कीमत
भारत में ज्यादातर शहरों के सर्राफा एसोसिएशन के सदस्य मिलकर बाजार खुलने के समय दाम तय करते हैं. वहीं एमसीएक्स वायदा बाजार में जो दाम आते हैं, उसमें वैट, लेवी एवं लागत जोड़कर दाम घोषित किए जाते हैं. यही वजह है कि हर दिन सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं. इसके अलावा स्पॉट मार्केट में सोने की कीमत शुद्धता के आधार पर तय होती है.
हीरे का रेट हर रोज क्यों नहीं होता है तय
बाजार में हीरे का रेट हर रोज तय नहीं होता है. इसका सबसे बड़ा कारण ये है कि हीरे का रेट इंटरनेशनल बाजार तय करता है. वहीं दुनिया में हीरा कारोबारियों के सबसे बड़े नेटवर्क ‘रैपापोर्ट’ की वेबसाइट पर ये कीमत अपडेट होती है. लेकिन ऐसा नहीं है कि हीरे का दाम घटता या बढ़ता नहीं है. दरअसल बाजार में हीरे के डिमांड और सप्लाई के मुताबिक इसका दाम घटता और बढ़ता भी है. लेकिन हीरे की तुलना में अधिकांश लोग सोने पर निवेश करना पसंद करते हैं.
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