The trend of space tourism has increased know the things that you can see by going there


Space Tourism: समय के साथ साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है. पहले जिन चीजों के बारे में इंसान सिर्फ सोच ही सकता था अब वह चीज है मुमकिन हो रही हैं. उन्हीं चीजों में से एक है स्पेस टूरिज्म. आखिर किसने सोचा था कि इंसान अंतरिक्ष की सैर कर सकता है. किसी ने तो सोचा होगा तभी यह बात आज मुमकिन हो पाई है.

साल 2001 में अमेरिकी बिजनेसमैन डेनिस टीटो स्पेस का टूर करने वाले पहले व्यक्ति थे. इसके बाद से ही स्पेस टूरिज्म में लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ी है. कई कंपनियां भी अब स्पेस टूरिज्म के लिए योजनाएं बना रही है. आखिर क्या होता है स्पेस टूरिज्म में? क्या-क्या चीजें वहां देखने को मिलती है. कैसा होता है यह टूर चलिए जानते हैं. 

क्यों होता है स्पेस टूरिज्म?

एक जगह से दूसरी जगह जाने को टूर कहते हैं. अगर कोई पृथ्वी से अंतरिक्ष में जाता है तो उसे स्पेस टूरिज्म कहा जाता है. जिस तरह आप किसी जगह जाकर चीजों को देखते हैं. स्पेस टूरिज्म में भी आप वैसे ही स्पेस की चीजों को देखते हैं. लेकिन फर्क यह होता है. जैसे किसी नेशनल पार्क में आप उतर के चलकर के चीजों को देखते हैं. स्पेस टूरिज्म में यह मुमकिन नहीं हो पाता. यहां सब चीजें आपको स्पेसक्राफ्ट के भीतर बैठकर ही देखनी पड़ती है. 

इसमें आप स्पेसक्राफ्ट में बैठकर अंतरिक्ष का नजारा देख सकते हैं. अंतरिक्ष में क्या-क्या चीजें हैं क्या-क्या दृश्य हैं. इसके साथ ही आप धरती को भी देख सकते हैं. स्पेस टूरिज्म के लिए कुछ कंपनियां काफी मशहूर है जिनमें स्पेस पर्सपेक्टिव, वर्ल्डव्यू, वर्जिन गैलेक्टिक, ब्लू ओरिजिन, स्पेसएक्स जैसी कंपनियों के नाम शामिल है. 

इन स्टेज में इसमें होगा स्पेस टूरिज्म 

स्पेस टूरिज्म तीन स्टेज में बांटा गया है. जिसमें सबऑर्बिटल टूरिज्म,  ऑर्बिटल टूरिज्म  और लूनर टूरिज्म है. इसमें आपको अंतरिक्ष के किनारे तक ले जाया जाता है. जहां लोग कुछ समय के लिए बिल्कुल वेटलेस महसूस करते हैं. यहां से पृथ्वी भी दिखाई देती है. इस टूरिज्म के लिए वर्जन गैलेक्टिक और ब्लू ओरिजिन जैसी कंपनियां फ्लाइट्स डेवलप कर रहे हैं. 

ऑर्बिटल टूरिज्म में पृथ्वी के कई आर्बिट्स दिखाए जाते हैं. यहां कई दिनों तक रहा भी जा सकता है. यहां आप और भी रोचक दृश्य देख सकते हैं. हालांकि यहां जाने के लिए अभी तक प्लानिंग की जा रही है. जहां अभी कोई फ्लाइट गई नहीं है. और आखिर में लूनर टूरिज्म यानी कि चांद की यात्रा. चांद हमेशा सही लोगों को बड़ा फेसिनेट करता है. अब उनका चांद पर जाने का सपना भी पूरा होने वाला है. लेकिन फिलहाल इसमें समय लग सकता है. 

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