The Yogini Durga Mata Temple of Rishikesh is considered a Shakti Peeth – News18 हिंदी


रिपोर्ट- ईशा बिरोरिया
ऋषिकेश. देव भूमि ऋषिकेश के बारे में तो आप काफी जानते होंगे. यहां गंगा में स्नान, चोटीवाले का भोजन आपने किया भी होगा. हम आपको आज दर्शन करा रहे हैं योगिनी दुर्गा माता मंदिर के. यह देवी के 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस मंदिर की बहुत प्रसिद्धि और मान्यताएं हैं.

योग नगरी ऋषिकेश में हर साल लाखों सैलानी पहुंचते हैं. ये धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र है. करोड़ों रुपए यहां टूरिज्म से मिलते हैं. ये पूरी तरह धार्मिक नगरी है. यहां सालभर श्रद्धालुओं की आवाजाही बनी रहती है. यहां प्रसिद्ध घाट और हिमालय दर्शन के साथ दुर्गा देवी का शक्ति पीठ भी है.

देश के विभिन्न क्षेत्रों में 51 शक्ति पीठ हैं, इनमें से एक शक्ति पीठ ऋषिकेश में स्थित योगिनी दुर्गा माता मंदिर है. त्र्यंबकेश्वर मंदिर के पास स्थापित यह 13 मंजिला का मंदिर है. यहां मां पार्वती सहित अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति भी हैं. अगर आप ऋषिकेश घूमने आए हैं या आने की सोच रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें.

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51 शक्तिपीठों का इतिहास
साधक सुनील कुमार बताते हैं शक्ति पीठ से जुड़ी कथा काफी प्रचलित हैं. भगवान शिव जब माता सती के वियोग को सह न सके तो वह क्रोधित होकर माता सती का शव लेकर शिव तांडव करने लगे. इससे पूरे ब्रह्मांड पर प्रलय छाने लगा. यह देख भगवान विष्णु ने इस प्रलय को रोकने के लिए सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर के टुकड़े कर दिए. माता के शरीर के अंग और आभूषण 51 टुकड़ों में धरती पर अलग अलग जगहों पर गिरे, जो शक्तिपीठ बन गए.

यहां गिरे थे सती के आभूषण
ऐसी मान्यता है इस स्थान पर मां सती के वस्त्र और आभूषण गिरे थे. उसके बाद यहां इस मंदिर का निर्माण किया गया. सभी भक्तगण यहां अपनी मनोकामना पूर्ण होने की आस लेकर मां के दरबार में आते है. मां दिल से मांगी गई मुरादें पूरा करती हैं. माता के अनेक रूपों के साथ ही यहां आपको अन्य देवी देवताओं के दर्शन भी हो जाएंगे.

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