This African bird has the longest beak its body is also equal to that of humans
दुनियाभर में लाखों प्रजाति के जानवर मौजूद हैं. सभी जानवरों की अपने एक विशेषता होती है. आज हम आपको एक ऐसे पक्षी के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी चोंच एक फुट से लंबी और शरीर का साइज इंसानों के बराबर है. इतना ही नहीं ये पक्षी मगरमच्छ के बच्चों तक का शिकार करती है. आज हम आपको बताएंगे कि ये पक्षी कहां पर पाई जाती है.
अफ्रीकी पक्षी
बता दें कि ये अनोखी पक्षी अफ्रीका में पाई जाती है. इस पक्षी का नाम शूबिल है और खासकर पूर्वी अफ्रीका के दलदलों और दलदलों में पाए जाते हैं. जानकारी के मुताबिक इन पक्षियों के भोजन मछलियां और सरीसृप हैं. लेकिन ये मगरमच्छ के बच्चों का शिकार भी करते हैं. इतना ही नहीं शूबिल पक्षी की चोंच दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी पक्षी चोंच है, जो एक फुट लंबी होती है.
शिकार करने में तेज
शूबिल पक्षी शिकार करने में काफी सक्रिय रहते हैं. इसका सबसे आम शिकार कैटफिश होती हैं, जो इसके भोजन का लगभग 71 प्रतिशत हिस्सा है. ये पक्षी आम तौर पर एकांत पसंद करने वाले जीव होते हैं, फिर भी प्रजनन करने वाले जोड़े एक रस होते हैं और एक झुंड में लगभग तीन अंडे देते हैं. वहीं शूबिल दो या उससे ज़्यादा बच्चों को पाल सकते हैं, लेकिन शायद ही कभी एक से ज़्यादा बच्चे पालते हैं. इतना ही नहीं ये अपने बच्चों को डराकर और धमका कर रखते हैं. कई बार ये अपने बच्चों को मार भी देते हैं.
कैद में नहीं करते हैं प्रजनन
बता दें कि ये पक्षी कैद में प्रजनन नहीं करते हैं. चिड़ियाघरों में सभी शूबिल या तो वहीं पैदा हुए थे या फिर उन्हें जंगल से कानूनी तौर पर इकट्ठा किया गया था. इस पक्षी की तस्करी भी होती है. ऑडबोन पत्रिका के मुताबिक दुबई और सऊदी अरब में एक जीवित शूबिल के लिए 8 लाख 35 हजार रुपये या उससे अधिक का भुगतान करते हैं.
पक्षियों की घट रही संख्या
बता दें कि दुनियाभर में शूबिल की संख्या तेजी से घट रही है. ये दुनियाभर के लिए बहुत चिंताजनक बात है. शूबिल प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ की लाल सूची में संकटग्रस्त के रूप में सूचीबद्ध है. जानकारी के मुताबिक आज के समय में दुनियाभर में शूबिल प्रजाति के पक्षी सिर्फ 5से 8 हजार ही बचे हैं. पक्षियों में सिर्फ शूबिल ही नहीं कई और भी पक्षी ऐसे हैं, जिनका संख्या तेजी से घट रही है.
ये भी पढ़ें: क्या आप भी मुसे-तुसे रिंकल वाले कपड़े पहनने में करते हैं आनाकानी? तो पक्का पर्यावरण बिगाड़ रहे हैं आप