this foreign artist made paintings of Gods and Goddesses in Indian palaces know the name


भारत के कई पुराने महलों में आपने देवीदेवताओं की शानदार पेंटिंग्स लगी देखी होंगी, डो आज भी कुछ बिगड़ी और कुछ सुधरी अवस्था में वहां की शोभा बड़ा रही हैं, ऐसे में क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इन पेंटिंग्स को बनाया किसने होगा? दरअसल आपके मन में उन्हें देखकर अक्सर यही बात आती होगी कि ये किसी भारतीय कलाकार का ही काम होगा, लेकिन जब हम कहें कि ये कोई भारतीय कलाकार की कला नहीं बल्कि एक विदेशी कलाकार ने बनाई है तो आपका क्या रिएक्शन होगा? चलिए आज इन पेंटिग्स को बनाने वाले शख्स के बारे में जानते हैं.

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किसने बनाई भारतीय महलों में देवीदेवताओं की पेंटिंग्स?

इन पेंटिंग्स को बनाने के पीछे पौलेंड का एक कलाकार स्टीफेन नोर्बलिन और उनकी पत्नी थे. दरअसल जब साल 1939 में जर्मन टैंकों और सेना ने पौलेंड पर आक्रमण कर दिया था उस दौरान स्टीफेन नोर्बलिन और उनकी फिल्म स्टार पत्नी को अपना घर बेचकर और गहने गिरवी रखकर देश छोड़ना पड़ा. यहां से वो अमेरिका जाना चाहते थे, ऐसे में वो रोमानिया, तुर्की और इराक जैसी जगहों पर पहुंचे, लेकिन फिर ये कपल भारत आया और यहां छह साल रहा. भारत में रहने के दौरान ये लोग राजाओं के संपर्क में आए. इसका नतीजा ये रहा कि भारत को बेहतरीन कलाकृतियां मिलीं.

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चित्रों में किया महाभारत और रामायण का वर्णन

स्टीफेन को हिंदू राजाओं ने साल 1941 से 1946 के बीच कई भारतीय राजाओं ने महलों को पेंटिंग्स से सजाने का काम दिया. इस दौरान स्टीफेन नोर्बलिन ने हिंदू देवीदेवताओं की तस्वीर, महाभारत, रामायण का वर्णन करने के लिए चित्र, देश के प्रसिद्ध बाघ, तेंदुए और हाथी की तस्वीरें बनाईं. आपको जानकर हैरानी होगी कि नोबलिन द्वारा उस समय बनाई गई तस्वीर राजस्थान के उम्मेद भवन में आज भी लगी हुई है.

गौरतलब है कि ये भवन ब्रिटिशकालीन भारत में जोधपुर रियासत के शासक का घर था. हालांकि अब उम्मेद भवन पैलेस का इस्तेमाल लग्जरी होटल के तौर पर किया जाता है. साथ ही उनके बनाए चित्र गुजरात के मोरबी के राजाओं के महलों में भी बने हुए हैं.                                     

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