this grass can grow up to a height of 10 floors know where it is grown facts


जमीन पर घास उगना कोई नई बात नहीं है. किसी भी खाली पड़ी जगह पर आमतौर पर घास उग ही जाया करती है, लेकिन क्या आप एक ऐसी घास के बारे में जानते हैं जो 10 मंजिल की ऊंचाई पर भी उग जाती है? दरअसल ये कोई और घास नहीं बल्कि बांस का पौधा है.  ये एक ऐसा पौधा है जो न सिर्फ अपनी सुंदरता के लिए जाना जाता है बल्कि कहीं भी लगाया जा सकता है.

कहीं भी उगाई जा सकती है ये घास

बांस की कई तरह की प्रजातियां दुनियाभर में पाई जाती हैं और इनमें से कुछ प्रजातियां वाकई में बहुत ऊंचाई तक बढ़ सकती हैं. सबसे खास बांस प्रजातियों में से एक है ड्रैगन बांस (Giant Bamboo), जो 30 से 40 मीटर (लगभग 100 से 130 फीट) तक की ऊंचाई तक पहुंच सकता है. बांस की ये प्रजाती ए्क दिन में कई इंच तक बढ़ सकती है और कुछ मामलों में उनकी बढ़ने की गति इतनी तेज होती है कि इसे देखने के लिए खास ध्यान देने की जरुरत होती है.

यह भी पढ़ें: ये है दुनिया का सबसे छोटा एयरपोर्ट, यहां पेड़ों के नीचे बैठकर लोग करते हैं अपनी फ्लाइट का इंतजार

दक्षिणपूर्व एशिया: बांस का घर

साउथ ईस्ट एशिया बांस की प्रमुख पैदावार वाले क्षेत्रों में से एक है. खासकर बांग्लादेश, भारत, म्यांमार, थाईलैंड और वियतनाम जैसे देशों में बांस की कई प्रजातियां पाई जाती हैं. भारत के पूर्वी और उत्तरपूर्वी हिस्सों में बांस की कई प्रजातियां उगती हैं, जैसे कि द्रव्य बांस (Bamboo Bambusa) और विशाल बांस (Dendrocalamus giganteus). भारत के असम, अरुणाचल प्रदेश, और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में बांस की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है. इसके इतर बांग्लादेश में बांस की खेती काफी आम है और बांग्लादेश की भौगोलिक स्थिति इस पौधे की तेज वृद्धि के लिए अनुकूल है.

वहीं चीन बांस की विविधता और उपयोग के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. चीन के कई क्षेत्रों में बांस की प्रजातियां जैसे कि फुली बांस (Phyllostachys edulis) और बाघ बांस (Dendrocalamus asper) उगती हैं. चीन में बांस न केवल पारंपरिक निर्माण सामग्री के रूप में उपयोग किया जाता है, बल्कि इसका उपयोग सजावटी उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है. वहीं दक्षिण अमेरिका में भी बांस की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं, खासकर ब्राजील, कोलंबिया, और पेरू में. यहा का उष्णकटिबंधीय जलवायु बांस की ऊंचाई और वृद्धि में खास भूमिका निभाता है. दक्षिण अमेरिका के विभिन्न क्षेत्रों में बांस की खेती, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के लिए की जाती है. वहीं अफ्रीका में भी बांस की खेती बढ़ रही है, खासकर केन्या और युगांडा में. यहां बांस की प्रजातियां जैसे कि जायंट बांस (Dendrocalamus) उगती हैं. अफ्रीका में बांस का उपयोग पारंपरिक निर्माण सामग्री, कुटीर उद्योग और पर्यावरणीय उद्देश्यों के लिए किया जाता है.

यह भी पढ़ें: इन देशों में लोग घरों में पालते हैं शेर और चीता, जानिए भारत में शेर पालने को लेकर क्या है नियम



Source link

x