This green fodder of jowar is lifesaver for animals, animals will remain healthy in summers. – News18 हिंदी


धीर राजपूत/ फिरोजाबाद: घरों में पाले जाने वाले पशुओं को गर्मियों के सीजन में हरा चारा किसी संजीवनी से कम नहीं है. हरा चारा खिलाने से जानवरों में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. वहीं किसान अपने खेतों में गर्मियों में इसे चारे को उगाकर जानवरों को आसानी से खिला सकते हैं. इसके लिए खेतों में किस तरह से इसकी बुवाई करें और कैसे जानवरों को खिलाएं. यह जानकारी भी किसान भाइयों को होना बहुत जरूरी है.

यह चारा जानवरों को गर्मी से दिलाता राहत
फिरोजाबाद के पशु वैज्ञानिक डॉक्टर ओमकार सिंह ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि गर्मियों में पशुओं के लिए हरे चारे की कमी हो जाती है. ऐसे में किसान भाई अपने खेतों में ज्वार यानी चरी को उगाकर पशुओं को पोषणयुक्त हरा-भरा चारा खिला सकते हैं. अप्रैल का महीना चरी की बुवाई के लिए सबसे अच्छा माना जाता है. दुधारु जानवरों को पालने वाले किसानों को खेतों में चरी की बुवाई करनी चाहिए. इसकी बुआई करने के लिए बलुई भूमि सबसे अच्छी मानी जाती है. इसका प्रति हेक्टेयर में 35 से 40 किलो बीज का इस्तमाल किया जाता है. हरा चारा के रूप में खिलाया जाने वाला ज्वार अच्छा पोषण माना जाता है. वहीं इसे खिलाने से जानवरों को ताकत मिलती है और गर्मियों में ठंडक का एहसास बना रहता है.

मल्टी और सिंगल कट चरी है सबसे बढ़िया
पशु वैज्ञानिक ने बताया कि खेतों में उगाई जाने वाली ज्वार की कई वैरायटी मार्केट में मौजूद है. किसान भाई अपने खेतों में हरियाणवी, हरियाणा 171, पीएस 9, मल्टी कट, एसएनजी सफेद मोती आदि कई तरह की ज्वार खेतों में उगाकर पशुओं को हरे चारे के रूप में खिला सकते हैं. वहीं उन्होंने बताया कि ज्वार में टीटी फाइवर रहता है, जो जानवरों के लिए बहुत फायदेमंद होता है.

Tags: Farming, Hindi news, Local18



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