This Seed Can Relieve The Problem Of Gallstones, Use It Daily Like This – देसी नुस्खा है पथरी होने पर खाएं ये फल, मिलेगा दर्द में कुछ आराम
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खास बातें
- पित्ताशय की पत्थरी पाचन फ्लूइड का कठोर जमाव है.
- पित्थ की थैली में पथरी होने पर आंवला के बीज का सेवन करें.
- आंवला परेशानी को दूर करने में काफी हद तक प्रभावी हो सकता है.
Gall bladder Stone Remedies : पित्ताशय की पत्थरी पाचन फ्लूइड का कठोर जमाव है, जो आपके पित्ताशय में बन सकता (symptoms of gall stones) है. पित्ताशय हमारे पेट के दाहिनी ओर लिवर के ठीक नीचे एक छोटा नाशपाती के आकार का अंग है. पित्ताशय में पित्त नामक एक पाचन द्रव (Digestive fluid) होता है जो आपकी छोटी आंत में छोड़ा जाता है. पित्त में अगर किसी तरह की परेशानी हो जाए, तो इससे आपके हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है. पित्त की थैली में पथरी काफी ज्यादा (Do gall stone causes pain) असहनीय दर्द देती है. अगर आप लंबे समय से इस दर्द की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो इसे कम करने के लिए आप कुछ नैचुरल उपायों का सहारा ले सकते हैं. इसमें आंवला का छोटा सा बीज काफी ज्यादा असरदार हो सकता है.
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पित्त की पथरी में कैसे फायदेमंद है आंवला का बीज | How amla seeds are beneficial in gallstones
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पित्थ की थैली में पथरी होने पर आंवला के बीज का सेवन करें. इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी-इंफ्लेमेटरी जैसे गुणों का भंडार होता है, जो आपकी पाचन क्रिया प्रणाली को बूस्ट कर सकता है. साथ ही इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके पित्त की थैली में होने वाली पथरी का इलाज कर सकता है.
नियमित रूप से आंवला के बीजों का सेवन करने से आप गैस्ट्रिक की परेशानी को कम कर सकते हैं. इसमें विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है, जो जमा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है. पथरी कोलेस्ट्रॉल का ही जमाव होता है. अगर आप पित्त की थैली में पथरी का इलाज करना चाहते हैं, तो इसका सेवन कर सकते हैं. इससे पित्त की थैली की पथरी का इलाज करने में मदद मिल सकती है.
कैसे करें पित्त की पथरी का इलाज | How to treat Gall Stones
पित्त की थैली में पथरी इलाज करने के लिए आंवला के बीजों का संवन करें. यह आपकी परेशानी को दूर करने में काफी हद तक प्रभावी हो सकता है. इसके लिए सबसे पहले आप आंवले के बीज को अच्छी तरह से सूखा लें .अब इन बीजों की अच्छी तरह से कूटकर बारीक पीस लें. पीसे हुए चूर्ण को एक जार में भरकर रख दें. इसके बाद इस चूर्ण का सेवन रोजाना सुबह साफ गुनगुना सुबह साफ गुनगुने पानी के साथ करें. इससे पाचन संबंधी तकलीफें दूर हो सकती है और साथ ही यह आपकी पित्त की पथरी का इलाज करने में प्रभावी हो सकती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.