This year there is no marriage ceremony on Akshaya Tritiya, what is the reason – News18 हिंदी


लखेश्वर यादव/जांजगीर चांपा: साल 2024 का अक्षत तृतीया 10 मई को है. अक्षत तृतीया के दिन शास्त्रों के अनुसार अबूझ मुहूर्त कहा जाता है यानी इस दिन बिना मुहूर्त देखे भी विवाह, गृह प्रवेश, गुरु दीक्षा, नए दुकान खोलने की मान्यता है. हर साल इस अबूझ मुहूर्त होने के कारण ढेरों शादियां और अन्य मांगलिक शुभ कार्य होते हैं, लेकिन इस साल अक्षय तृतीया पर शादी का एक भी मुहूर्त नहीं है. जानिए पंडित जी ने मुहूर्त नहीं होने का क्या कारण बताया है.

जांजगीर के पुरानी सिंचाई कॉलोनी में स्थित दुर्गा मंदिर के पंडित बसंत शर्मा महाराज ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. परशुराम जी को श्रीहरि भगवान विष्णु जी का अवतार माना जाता है. इसलिए इस दिन को पुण्य दिवस मनाया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन गुड्डा गुड़िया का विवाह भी कराया जाता है और मांगलिक कार्य किया जाता है. लेकिन इस साल 2024 में अक्षय तृतीया 10 मई को पड़ रहा है और इस बार इस समय गुरु और शुक्र का अस्त में है और इसलिए कोई भी मांगलिक कार्य वर्जित है. इसमें तालाब कुआं खुदवाना है, गुरु दीक्षा लेना है, गृह प्रवेश करना है, सभी को वर्जित रहता है. मांगलिक कार्य के लिए कोई भी लग्न नहीं है.

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अक्षय तृतीया के दिन शुभ काम
पंडित बसंत शर्मा महाराज ने बताया कि गुरु और शुक्र का अस्त होने के कारण मांगलिक कार्य के लिए कोई भी लग्न नहीं है लेकिन अक्षय तृतीया के दिन शुभ मानकर विवाह, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही इस दिन घड़ा दान, गुड़ दान, चूड़ा गुड़ का प्रसाद वितरण किया जाता है ये सब भी कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि शादी के लिए मुहूर्त 07 जुलाई के बाद है क्योंकि इस दिन शुक्र का पश्चिम में उदय होगा इसके बाद ही शुभ कार्य को किया जाएगा.

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