Toy Train Line Etched In Millions Memories Takes A Hit In Himachal Deluge – हिमाचल में आई बाढ़ ने लाखों लोगों की यादों में बसी टॉय ट्रेन लाइन को किया क्षतिग्रस्त
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ के दौरान शिमला के समर हिल में रेल पटरियों का एक हिस्सा हवा में लटक गया है, क्योंकि इसके नीचे की मिट्टी बह गई है. ये पटरियां देश के विशाल रेलवे नेटवर्क के किसी अन्य हिस्से की नहीं हैं, बल्कि ऐसी पटरियां हैं, जिन्होंने कई लोगों की बचपन की यादों को आकार दिया है. यह यूनेस्को विश्व धरोहर आकर्षण कालका और शिमला के बीच टॉय ट्रेन लाइन है.
यह भी पढ़ें
इस लाइन पर ट्रेन में चढ़ने वालों के लिए 96 किलोमीटर की यात्रा कालका से शुरू होती है और ट्रेन धीरे-धीरे सुंदर पहाड़ियों और जंगलों से गुजरते हुए शिमला की ओर बढ़ती है. इस पूरी यात्रा में लगभग पाँच घंटे लगते हैं, क्योंकि ट्रेन सुरम्य परिदृश्य के बीच से होकर गुजरती है, जिससे पर्यटकों को महानगरों की भीड़ से एकांतवास का आनंद लेने के लिए पर्याप्त समय मिलता है.
हिमाचल प्रदेश में हुई ज़ोरदार बारिश और उसके कारण हुए भूस्खलन से कालका-शिमला रेल लाइन को भी नुक़सान पहुंचा है. ट्रैक के नीचे से मिट्टी बह गई है और ट्रैक का बड़ा हिस्सा हवा में लटक रहा है. इसे ठीक करने में क़रीब 15 करोड़ का ख़र्च आएगा और 10 सितंबर से पहले ये मुमकिन नहीं हैं.