ताकि Trump को न दिखें झुग्गियां?

आज झुग्गी बस्तियों में रहने वाले लोगों की संख्या 6 करोड़ की आबादी या उसके आसपास है। झुग्गियां शहरी जीवन की कटु सच्चाई हैं यहां पर पानी नाली की सुविधा के लाखों लोग जिंदगी बसर करते हैं। इसको लेकर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। मुंबई की झुग्गियों को लेकर तो एक फ़िल्म भी बन चुकी है “slumdog” जिसे ऑस्कर भी मिला है। bjp का तो नारा ही था कि “जहां झुकी वहीं मकान” इस नारे के साथ ही bjp मैदान में उतरी थी। aap वहां सीवर लाइन पहुंचाने और घर बनाने के काम के दावे के साथ उतरी थी। भारत की शहरों के बीच में या पीछे बस चुकी है आपके शहरों के बीच में या पीछे बसीन छुट्टियों में क्या हालत है यह जानते ही हैं आप फिर अमदाबाद की झुग्गी ना दिखे इसलिए दीवार नई दिल्ली अहमदाबाद एयरपोर्ट से गांधी नगर आने-जाने तक दीवार बना दी जा जा रही है ताकि भारत के दौरे पर आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ये झुग्गियां दिखाई न दें। झुग्गी वालों को डर है कि उनका आने जाने का रास्ता एक तरफ से बंद न हो जाए। 14 मई को चीन के राष्ट्रपति आए थे तब उनके रास्ते में पढ़ने वाली झुकी और बस्तियों को हरे परदे से अवर कर दिया गया था इस बार दीवार बनाई जा रही है। यहां के लोगों का कहना कि सच्चाई को छुपाने के लिए दीवार बनाई जा रही है। मैयर को इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।

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