UGC Letter to Universityes: यूजीसी अध्यक्ष ने सभी यूनिवर्सिटी को लिखा पत्र, महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहने का किया आग्रह
UGC Letter to Universityes: प्रो धीरेन्द्र पाल सिंह ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि वे अपने हितधारकों की समस्याओं और जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहें और इस तरह की अभूतपूर्व स्थिति को दूर करने के लिए सर्वोत्तम संभव सहयोग दें।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने देश भर के यूनिवर्सिटी से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने, अपने परिसरों को सुरक्षित रखने और विश्वविद्यालय समुदाय को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो धीरेन्द्र पाल सिंह ने विश्वविद्यालयों से कोरोनोवायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एकजुट रहने और अपने कैंपस को सुरक्षित रखने का आग्रह किया है।
सभी यूनिवर्सिटी के कुलपतियों और कॉलेजों के प्रधानाध्यापकों को लिखे अपने पत्र में यूजीसी के चेयरमैन ने कहा है कि इस संकट को दूर करने के लिए, उच्च शिक्षा संस्थानों के सभी हितधारकों जैसे छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों, अधिकारियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित अन्य लोगों को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, सुरक्षा और समग्र कल्याण के मामले में चुनौतियों का सामना करते हुए सामूहिक रूप से कार्य करने की आवश्यकता है।
प्रो धीरेन्द्र पाल सिंह ने विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया है कि वे अपने हितधारकों की समस्याओं और जरूरतों के प्रति संवेदनशील रहें और इस तरह की अभूतपूर्व स्थिति को दूर करने के लिए सर्वोत्तम संभव सहयोग दें। यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को कोविड टास्क फोर्स और हेल्पलाइन गठित करने और कोविड उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए कहा है। जिसमें मास्क पहनना, नियमित हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना, जांच कराना, संदिग्ध मामलों का पता लगाना शामिल हैं।
यूजीसी पत्र में संस्थानों से मानसिक स्वास्थ्य, मनोवैज्ञानिक समर्थन और सभी हितधारकों की भलाई के लिए काउंसेलर और मेंटर्स की व्यवस्था करने का भी आग्रह किया गया है। विस्तृत जानकारी के लिए यूजीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इस संबंध में नोटिस चेक कर सकते हैं। आधिकारिक वेबसाइट, ugc.ac.in पर नोटिस सेक्शन में यूजीसी चेयरमैन का लेटर उपलब्ध कराया गया है। गौरतलब है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, जामिया मिलिया इस्लामिया जैसे विश्वविद्यालयों ने कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने कई फैकल्टी और प्रशासनिक कर्मचारियों को खो दिया है।