UPTET Paper Leaked: एक महीने बाद दोबारा होगी परीक्षा, अभ्यर्थियों को आज रोडवेज में नहीं देना होगा किराया

UPTET Paper Leaked: यूपी टीईटी का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है, एसटीएफ जांच में जुट गई है। वहीं तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं एडीजी कानून व्यवस्था के अनुसार परीक्षा एक माह के भीतर फिर से आयोजित की जाएगी। 

यूपी टीईटी का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। एक महीने बाद यह परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी। बताया गया कि अभ्यर्थियों को कोई फीस नहीं देनी होगी। जानकारी के अनुसार टीईटी की परीक्षा शुरू होने से पहले ही शामली जिले में पेपर लीक हो गया। परीक्षार्थी के हाथ में पेपर देखकर एसटीएफ भी हैरान रह गई। पेपर लीक करने वाले तीन आरोपी एसटीएफ मेरठ ने शामली से दबोच लिए। 

रोडवेज की परीक्षार्थियों को मुफ्त सफर कराने से ना
वहीं टीईटी परीक्षा रद्द होने के बाद एडीजी लॉ एंड ऑर्डर द्वारा बताया गया कि परीक्षार्थियों को उनका एडमिट कार्ड देखकर रोडवेज बसों में मुफ्त सफर कराया जाएगा, लेकिन रोडवेज अधिकारियों ने इस संबंध में कोई भी आदेश उन तक ना पहुंचने के चलते मुफ्त सफर कराने से मना कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जब तक उनके पास लिखित में कोई आदेश नहीं आएगा तब तक वह इसका पालन नहीं करेंगे। मुफ्त सफर कराने के लिए परिचालकों को निर्धारित प्रपत्र भी देना होगा, जिस पर परिचालक परीक्षार्थी का नाम और पता आदि भर सकेगा और यह इतनी जल्दी नहीं हो सकेगा।

एसटीएफ मेरठ सीओ बृजेश सिंह ने बताया कि उनकी टीम मेरठ जोन के सभी जिलों में लगी हुई थी। शामली जिले में एक मकान में अभ्यार्थियों को लीक हुए पेपर की कॉपी दी जा रही थी। इसी दौरान एसटीएफ ने छापा मार दिया। शामली के रहने वाले तीन लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। पेपर मथुरा से लीक होना बताया जा रहा है, हालांकि अभी तीनों लोगों से एसटीएफ पूछताछ करने में लगी हुई है।

मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मालिक कोतवाली शामली, रवि पुत्र विनोद निवासी कांधला व धर्मेन्द्र पुत्र कुंवर पाल निवासी कोतवाली शामली को आज सुबह पेपर के साथ शामली से गिरफ्तार किया गया है। ये तीनों ही लोग अभ्यर्थियों को पेपर देने जा रहे थे।

50 हजार रुपये में मथुरा से खरीदा था पेपर
एसटीएफ की पूछताछ में तीनों युवकों ने बताया उन्होंने टीईटी का पेपर मथुरा में गौरव पुत्र प्रमोद निवासी गांव हजियापुर थाना टप्पल जिला अलीगढ़ व दो अन्य युवको से 50 हजार रुपये में खरीदा था। इनका एक साथी अजय उर्फ बबलू गांव नाला थाना कांधला जिला शामली मौके से फरार हो गया। 

वहीं तीनों आरोपियों के कब्जे से ओरिजिनल पेपर और 17 हजार रुपये बरामद हुए हैं। एसआईटी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों से पेपर की फोटो कॉपी के नौ सेट बरामद हुए हैं। इन्होंने शामली जिले के 50 लड़कों से संपर्क किया था और 50 हजार रुपये में पेपर बेचना तय किया था। 

एक लड़के से 50 हजार रुपये एडवांस लिए थे, जिनमें से 17 हजार रुपये इनसे बरामद हुए हैं। तीनों आरोपी शामली क्षेत्र में मेरठ-करनाल हाईवे पर गांव बुटराड़ी बिजलीघर के पास से गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों से अभी पूछताछ चल रही है। एक टीम मथुरा के लिए रवाना हो गई है।

बता दें कि आज जिले के विभिन्न केंद्रों पर टीईटी की परीक्षा आयोजित की गई थी, लेकिन पेपर शुरू होने से पहले मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर के व्हाट्सएप ग्रुप पर इसका पेपर वायरल हो गया। मामले की जानकारी लगते ही रविवार सुबह परीक्षा को रद्द कर दिया गया। इससे परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। एसटीएफ मामले की जांच में जुटी है।

यूपी टीईटी में कुल अभ्यर्थी 45 हजार, प्रथम पाली में 24,915 व द्वितीय पाली में 20,173 अभ्यर्थी सम्मिलित होने पहुंचे थे। मेरठ जिले में 54 केंद्रों पर पहली पाली में 24, 915 अभ्यर्थी थे,  जबकि दूसरी पाली में 20,173 अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी। पहली पाली 10 से 12:30 बजे तक होनी थी, जबकि दूसरी 2:30 बजे से 5 बजे तक परीक्षा होनी थी।

एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि आज होने वाली UPTET 2021 की परीक्षा कथित पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई है। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने दर्जनों संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जांच जारी है। यूपी सरकार एक महीने के भीतर दोबारा परीक्षा आयोजित कराएगी।

वहीं, अचानक परीक्षा रद्द होने केे बाद परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों कााा सामना करना पड़ा है। शिक्षक पात्रता परीक्षा देने आए बिजनौर के नूरपुर के राहुल और भूपेश कुमार ने बताया कि उन्होंने भरपूर तैयारी की थी। पेपर भी आसान था। पेपर देखकर खुश हो गए, लगा कि इस बार सफलता मिल जाएगी। एक विषय के सभी जबाव भी दे दिए थे, आगे बढ़ ही रहे थे कि कक्ष में घोषणा हो गई कि परीक्षा स्थगित हो गई। अपनी-अपने उत्तर पुस्तिका जमा कराइये। कारण पूछा तो पता चला कहीं गड़बड़ी हुई थी या पेपर लीक हुआ है। 

अचानक इस घोषणा से सदमा तो लगा, लेकिन क्या कर सकते थे। अब एक माह के भीतर परीक्षा होने की बात कही जा रही है। उन्हें लग रहा है कि अगली बार पेपर बहुत कठित आएगा। खैर तैयारी भी हम जमकर करेंगे।

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