Varanasi News:साईं प्रतिमा विवाद में अजय शर्मा गिरफ्तार, शहर के लोग बोले- सनातन मानने वालों के साथ नहीं होना चाहिए अन्याय


वाराणसी: काशी के मंदिरों से साईं की प्रतिमा को हटाने विवाद बढ़ता जा रहा है. इस विवाद के बीच वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने मूर्ति हटाने वाले सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा को गिरफ्तार करवा लिया है. हिंदू मंदिरों से साईं की प्रतिमा हटाना सही है या गलत? अजय शर्मा पर पुलिस का ऐक्शन कितना सही है. इसको लेकर लोकल18 की टीम ने लोगों से बातचीत की.

पप्पू चाय की दुकान पर बैठे लोगों ने साईं प्रकरण में सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के गिरफ्तारी का विरोध किया. नागेंद्र सिंह ने कहा कि अजय शर्मा की गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत है और सनातन धर्म को मानने वालों के साथ पुलिस को इस तरह का अन्याय नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे मंदिर में साईं की प्रतिमा लगाना ही गलत है और उन्हें देवता के रूप में पूजा करना शर्म की बात है.

जब मूर्तियां स्थापित हुई तभी होना चाहिए विरोध
वहीं, इस मामले में शरद शुक्ला ने कहा कि साईं की पूजा अभी कुछ सालों से हो रही है. जब हमारे मंदिरों में उनकी प्रतिमा स्थापित हुई उसी समय उन्हें इसका विरोध करना चाहिए था.

सनातन धर्म में नहीं है उल्लेख
इस मामले में रमेश सिंह का कहना है कि भारत वर्ष में ऋषि मुनियों की परंपरा है. सनातन धर्म में साईं बाबा का कहीं भी कोई उल्लेख नहीं है. ऐसे में हिंदू देवी देवताओं के साथ उन्हें बैठाना गलत है. यदि किसी को उनमें भक्ति है, तो वो उनके लिए अलग मंदिर बनवा सकता है.

स्वेच्छा से हटाना गलत कहां
वहीं, इस मामले में अजय शर्मा की गिरफ्तारी को नागेंद्र गांधी ने भी गलत बताया है. उन्होंने कहा कि जब मंदिरों से मूर्तियां पुजारी अपनी स्वेच्छा से हटा रहे हैं, तो उसमें गलत क्या है. पुराने समय में जो गलतियां हुई हैं उसे भविष्य में सुधारा जाता है. यह भी उसी का प्रयास है.

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