We Do Not Have Children, We Are Spending Money To Build The Future Of Your Children: PM Modi In Etawah – हमारे तो बच्चे हैं नहीं, हम खप रहे हैं आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए : इटावा में पीएम मोदी
वंशवाद पर किया प्रहार
प्रधानमंत्री ने कहा,‘यह सपा कांग्रेस वाले क्या कर रहे हैं? यह चुनाव लड़ रहे हैं अपने भविष्य के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए.’ उन्होंने सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘इन परिवारवादियों की विरासत क्या है…. गाड़ी, बंगला, राजनीतिक रसूख. कोई मैनपुरी, कन्नौज और इटावा को अपनी जागीर मानता है तो कोई अमेठी और रायबरेली को अपनी जागीर मानता है, लेकिन मोदी की विरासत गरीब का पक्का घर है, देश की करोड़ों माताओं-बहनों को शौचालय मिला है, दलितों-पिछड़ों को बिजली, गैस और नल जैसी सुविधा मिली है.”
“परंपरा तोड़ दी”
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी किसके लिए खप रहा है. मैंने तो अपने आगे पीछे कुछ रखा ही नहीं. योगी जी (मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) भी वैसे ही हैं. हमारे तो बच्चे हैं नहीं. हम खप रहे हैं आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए.” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मोदी की बनाई गई विरासत सबके लिए है. हम चाहते हैं कि 2047 में आपका ही बेटा-बेटी प्रधानमंत्री बने, मुख्यमंत्री बने. शाही परिवार का वारिस ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बनेगा यह कुप्रथा इस चाय वाले ने तोड़ दी है.” मोदी ने कहा कि समाज सुधारक राजाराम मोहन राय का नाम आता है तो कहा जाता है कि उन्होंने कुप्रथा खत्म की, वैसे ही एक दिन आएगा जब कहा जाएगा कि देश में एक प्रधानमंत्री होते थे, चाय वाले थे और उन्होंने एक ऐसी प्रथा को तोड़ दिया जिससे अब गरीब का बेटा भी मुख्यमंत्री बन सकता है, गरीब का बेटा भी प्रधानमंत्री बन सकता है. मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के जिक्र के साथ की.
मुलायम सिंह को किया याद
पीएम ने कहा, ‘2019 के लोकसभा चुनाव से पहले की बात याद आ रही है. संसद का सत्र चल रहा था. वह पिछली लोकसभा का आखिरी सत्र था तब मुलायम सिंह जी भाषण करने के लिए खड़े हुए और कहा था, मोदी जी आप तो दोबारा जीत कर आने वाले हैं. अब नेताजी हमारे बीच नहीं हैं… लेकिन उनकी यह बात एक तरह से आशीर्वाद बन गई.” मोदी ने आरोप लगाया, ‘सपा-कांग्रेस की बातें और वादे झूठे हैं. उनके नारे भी झूठ और नियत में भी खोट है. यह लोग लगातार झूठ बोलेंगे चाहे उसमें देश का, समाज का कितना ही नुकसान क्यों न हो.” प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘अब वे हमारे लोकतंत्र, हमारे संविधान को लेकर झूठ फैलाने में एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं क्योंकि मोदी ने उनके वोट बैंक की और उनके तुष्टिकरण की पोल खोल दी है.’
“टीका और मुस्लिम आरक्षण पर बरसे”
प्रधानमंत्री ने कोविशील्ड टीके को लेकर उठे विवाद के बीच विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, ‘‘ इन लोगों ने कोरोना काल में भी देश को नहीं छोड़ा था. मोदी तब एक-एक जीवन बचाने में जुटा था. देश के वैज्ञानिकों ने टीका बनाया. सपा और कांग्रेस के लोग उनको भी बदनाम करते थे. खुद चोरी-छुपे टीका लगवाते थे और टीवी पर सोशल मीडिया पर जनता को भड़काते थे ताकि हाहाकार मचे और पाप मोदी के माथे पर लगे.” उन्होंने कहा, ‘साथियों आपको पता होना चाहिए कि 75 साल पहले जब देश का संविधान बना, उस समय देश के विद्वान लोग संविधान बना रहे थे तो उन्होंने कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा. बाबा साहब आंबेडकर ने कहा था, खुद नेहरू जी ने भी कहा था कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा लेकिन अब सपा, कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग का आरक्षण छीन कर उसे धर्म के आधार पर बांटना चाहते हैं.’
“मंदिर दर्शन अब हुआ बंद”
मोदी ने कहा, ‘कर्नाटक में रातों-रात उन्होंने मुस्लिम जातियों को ओबीसी घोषित कर दिया. इससे ओबीसी को जो 27 प्रतिशत आरक्षण मिला था, उसके सबसे बड़े हिस्से पर इन्होंने डाका मारा. बाकियों के पास कुछ बचा ही नहीं. उत्तर प्रदेश में ऐसा हुआ तो मेरे यादव भाई बहन, मौर्य, पाल, जाटव, शाक्य, कुशवाहा भाई-बहन के हक का क्या होगा. यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है.’ उन्होंने कहा, ‘सपा कांग्रेस की खोटी नियत का हिसाब बहुत लंबा है. आप याद कीजिए पांच साल पहले कांग्रेस का शाही परिवार चुनाव के समय मंदिर मंदिर घूम रहा था. कांग्रेस के शहजादे ने तो कोट के ऊपर जनेऊ तक पहन लिया था लेकिन इस बार मंदिर के दर्शन बंद. इतना ही नहीं 500 साल बाद एक ऐतिहासिक पल आया. पूरा देश राम मंदिर बनने से खुश हुआ लेकिन इन्होंने प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी ठुकरा दिया.’
“काहे के यदुवंशी हो”
पीएम मोदी ने कहा, ‘अभी मैं गुजरात के द्वारका गया था. पुरातत्वविद कहते हैं कि भगवान श्री कृष्ण की द्वारिका समुद्र के नीचे डूबी हुई है. मेरा मन किया कि जो द्वारका प्रभु कृष्ण ने बनाई है वहां जाकर माथा टेकना चाहिए. मैं समुद्र में नीचे गया. पूजा की और भगवान कृष्ण को भेंट चढ़ा कर आया. कांग्रेस के शहजादे को बड़ी परेशानी हुई.” उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं यहां के सपा वालों से पूछना चाहता हूं कि अरे! आप तो अपने आप को यदुवंशी कह रहे हैं, श्री कृष्ण के वारिस कह रहे हैं. आज देश का प्रधानमंत्री श्री कृष्ण की पूजा करे और तुम्हारे अपने साथी उसकी आलोचना करें. अरे! तुम काहे के यदुवंशी हो.’ प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ‘मोदी को गाली देते देते यह लोग भगवान कृष्ण तक का अपमान करने लगे हैं और यह यदुवंशी उनकी आरती उतार रहे हैं. आपको शहजादे की आरती उतारनी हो तो उतारो. मोदी तो श्रीकृष्ण की आरती उतारेगा. पहले उन्होंने कहा कि द्वारका में समुद्र के बीच कुछ है ही नहीं. अब कल उन्होंने फिर कृष्ण पूजा का मजाक उड़ाया. इन्हें आपकी आस्था से कोई मतलब नहीं है.’ मोदी ने अपनी सरकार की विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी नीति समाज के हर वर्ग को सशक्त करने की है.