Wedding season will start from April 18, know about house warming, marriage and auspicious work here – News18 हिंदी
कृष्णा कुमार गौड़/ जोधपुरः सूर्य के राशि परिवर्तन के बाद 18 अप्रैल से फिर शादियों का दौर शुरू हो जाएगा. खरमास खत्म होते ही विवाह, देव प्रतिष्ठा, नूतन गृह निर्माण, गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य आज से शुरू हो गए हैं. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने लोकल 18 से बताया कि खरमास की समाप्ति 13 अप्रैल को हो गईं थी. जिसके बाद आज से मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे.
सूर्य के मेष राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास यानी मीन महीना खत्म हो गया है. इससे पहले 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में आने के बाद मीन मास चल रहा था . खरमास होने के कारण पिछले एक महीने से हर तरह के मांगलिक कामों पर रोक लगी हुई थी. लेकिन अब इनके लिए मुहूर्त रहेंगे. ज्योतिष ग्रंथों में कहा गया है कि जब सूर्य मीन राशि में रहता है. तब इन दिनों में किसी भी तरह के शुभ काम नहीं करने चाहिए. इस दौरान सिर्फ जप, तप और स्नान-दान करना चाहिए.
गृह प्रवेश विवाह और शुभ काम
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि खरमास यानी मीन मास खत्म हो जाने से 16 संस्कार और अन्य शुभ काम किए जा सकते है. शुभ मुहूर्त और शुभ दिन में अन्नप्राशन, नामकरण, चूड़ाकर्म, विद्यारंभ और अन्य शुभ काम किए जा सकते है. सूर्य के मेष राशि में आते ही गृह प्रवेश और विवाह के भी मुहूर्त रहेंगे. अब देवगुरु बृहस्पति भी खुद की राशि यानी मीन में आ गए है. जिससे हर मांगलिक कामों में गुरु का बल और बढ़ जाएगा. अप्रेल 2024 में शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त डॉ. अनीष व्यास ने लोकल 18 से बताया कि अप्रैल में शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए केवल 10 दिन ही मिलेंगे. 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26 और 28 अप्रैल विवाह के लिए बेहद ही शुभ है.
मई और जून 2024 में अस्त रहेंगे गुरु-शुक्र
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि विवाह मुहूर्त में गुरु और शुक्र अस्त का भी विचार किया जाता है. अच्छा शुक्र भोग विलास का नैसर्गिक कारक है और दांपत्य सुख को दर्शाता है. वहीं, गुरु कन्या के लिए पति सुख का कारक है. दोनों ग्रहों का शुभ विवाह हेतु उदय होना शास्त्र सम्मत है, विवाह के लिए शुक्र व गुरु ग्रह का उदित रहना जरूरी है. दोनों ग्रह विवाह के कारक हैं। इनके अस्त रहने पर विवाह नहीं होते है. 23 अप्रैल 2024 को शुक्र ग्रह दोपहर में अस्त हो जाएगा, जो 29 जून तक अस्त रहेगा.6 मई से गुरु ग्रह भी अस्त हो जाएगा.जो 2 जून को उदित होगा, परंतु शुक्र अस्त ही रहेगा. इस कारण से मई व जून माह में विवाह की शहनाई नहीं बजेंगी.
10 मई अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार सालभर में कुछ ऐसी तिथियां और दिन होते है. जिनमें बिना विचार किए शुभ काम कर सकते है. इन मुहूर्त में किए गए काम हमेशा शुभ फल देने वाले होते है. मीन मास खत्म होते ही पहला अबूझ मुहूर्त अक्षय तृतीया 10 मई को रहेगा. इस दिन गृह प्रवेश, संपत्ति एवं वाहन खरीदी, विवाह, वाग्दान यानी सगाई, रोका, मुंडन, यज्ञोपवित सहित अन्य शुभ संस्कार किए जा सकते है.
विवाह के लिए अबूझ मुहूर्त
डॉ. अनीष व्यास ने बताया कि विवाह और सगाई जैसे मांगलिक कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त को शुभ माना जाता है. अगर किसी के विवाह की तारीख नहीं निकल पा रही है या फिर किसी कारण से शुभ मुहूर्त वाले दिन विवाह करना संभव ना हो तो अबूझ मुहूर्त में भी विवाह किया जा सकता है.धर्मग्रंथों के अनुसार अक्षय तृतीया, बसंत पंचमी और देव प्रबोधिनी एकादशी को अबूझ मुहूर्त माना गया है.
वर्ष 2024 के शुभ मुहूर्त
अप्रैल: 18 से 22,23, 24, 25, 26 और 28 अप्रेल ( 10 दिन)
जुलाई: 3,9 से 15 (8 दिन)
अक्टूबर: 3,7,17,21,23,30 (6 दिन)
नवंबर: 16 से 18, 22 से 26,28 ( 9 दिन)
दिसंबर: 2 से 5, 9 से 11, 13 से 15 (10 दिन)
नोट ( कुछ पंचांग में भेद होने के कारण तिथि घट बढ़ सकती है और परिवर्तन हो सकता है. )
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FIRST PUBLISHED : April 15, 2024, 09:09 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.