West Bengal Panchayat Elections Suvendu Adhikari Attack On CM Mamata Banerjee TMC BJP
Suvendu Adhikari Attack On Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल में अगले महीने यानि 8 जुलाई को पंचायत चुनाव होने हैं. इसको लेकर नामांकन प्रक्रिया चल रही है. इस दौरान राज्य के कई इलाकों से हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. मामले पर पश्चिम बंगाल में बीजेपी और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने ममता बनर्जी की तुलना उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से कर डाली. शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “20 हजार सीटों पर निर्विरोध जीतने के लिए ममता बनर्जी और राजीव सिन्हा ने साजिश की है. उन्होंने सेंट्रल फोर्स के लिए मना कर दिया, उन्होंने कहा कि बंगाल में कोई संवेदनशील बूथ नहीं है.”
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी लेडी किम जोंग है. राजीव सिन्हा ने स्टेट इलेक्शन कमीशन को TMC की मशीनरी बना दिया है.
‘पश्चिम बंगाल में जंगल राज’
बीजेपी नेता ने आगे कहा, “यह लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है, हम इसका विरोध करेंगे. हम पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के जंगल राज को खत्म करेंगे. हम लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और राज्य की जनता जीतेगी. उनका कहना है कि पश्चिम बंगाल में कोई संवेदनशील बूथ नहीं है और यहां केंद्रीय बलों की जरूरत नहीं है.”
#WATCH | This is an attempt to kill democracy, we will protest against this. We will end Mamata Banerjee’s jungle raj in West Bengal. We are fighting for democracy, and the people of the state will win. They say there is no sensitive booth in West Bengal and there is no need for… pic.twitter.com/HXJuWvUPeL
— ANI (@ANI) June 14, 2023
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी का जंगलराज खत्म होना चाहिए. बीजेपी पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल करने नहीं दिया जा रहा है. बशीरहाट, कैनिंग, इंडस और अन्य जगहों पर नामांकन दाखिल करने नहीं दिया जा रहा. 20,000 सीट में निर्विरोध चुनाव जीतने की साजिश चल रही है और इसमें राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा और बंगाल की पुलिस ममता बनर्जी के साथ मिली हुई है.”
पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा
राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर कई जगहों पर हिंसा का माहौल देखने को मिला. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सत्तारूढ़ टीएमसी और विपक्षी दलों के कई नेता आपस में भिड़ते नजर आए. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा. वहीं, दक्षिण 24 परगना और बांकुड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में नामांकन दाखिल करने को लेकर हिंसा लगातार पांचवें दिन भी जारी रही.
वहीं, पुलिस ने ये भी बताया कि उपद्रवियों ने रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के कर्मियों के खिलाफ बम फेंके और पथराव किया और स्थिति को शांत करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
अधिकारियों ने बताया कि बांकुड़ा के इंदास इलाके में नामांकन दाखिल केंद्र के बाहर बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीएमसी समर्थकों से झड़प हो गई. शहर से लगभग 135 किलोमीटर दूर इलाके में पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद दोनों समूहों के समर्थक आपस में भिड़ गए और एक-दूसरे पर पथराव किया.
9 जून को नामांकन दाखिल करने की शुरुआत के बाद से, हिंसा ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया को बाधित कर दिया है. विपक्ष- बीजेपी, कांग्रेस और सीपीआई (एम) ने टीएमसी पर विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को रोकने के लिए बाहुबल का उपयोग करने का आरोप लगाया है.