When CM Mamata Banerjee Touched The Feet Of RJD Chief Lalu Yadav Watch Video – VIDEO : …जब CM ममता बनर्जी ने RJD चीफ लालू यादव के छूए पैर, राबड़ी और तेजस्वी को ओढ़ाया शॉल
पटना:
बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की शुक्रवार को बैठक होने वाली है. बैठक में कई दलों के नेता पहुंच रहे हैं. बैठक में हिस्सा लेने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) और अभिषेक बनर्जी बुधवार को पटना पहुंचे. पटना में ममता बनर्जी ने RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की. इस दौरान राबड़ी देवी ने ममता बनर्जी का स्वागत किया वहीं ममता बनर्जी ने लालू प्रसाद यादव के पैर छू कर उनका आर्शिवाद लिया.
विपक्षी एकता की बैठक में शामिल होने के लिए पटना पहुंचीं बंगाल CM ममता बनर्जी ने RJD चीफ लालू यादव के छूए पैर, राबड़ी और तेजस्वी को ओढ़ाया शॉल pic.twitter.com/zMOqWytQO2
— NDTV India (@ndtvindia) June 22, 2023
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ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुए उम्मीद जताई की शुक्रवार को पटना में विपक्ष की बैठक रचनात्मक होगी और कहा कि देश को विनाश से बचाने के लिए अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना होगा. ममता बनर्जी ने कहा कि कल हमारी विपक्ष की बैठक है. हम उम्मीद करते हैं कि यह अच्छी होगी और सामूहिक फैसले लिए जाएंगे. मुझे लगता है कि देश को विनाश से बचाने के लिए लोग भाजपा के खिलाफ वोट देंगे.
उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों के शीर्ष नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा विरोधी मोर्चे के गठन के लिए रूपरेखा बनाने के वास्ते बिहार की राजधानी पटना में मंथन करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा 24 जून को नयी दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने के बारे में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे.
मणिपुर में हालात काबू में करने में भाजपा की ‘‘नाकामी” की आलोचना करने वाली बनर्जी ने कहा कि भाजपा की नीतियों के कारण ही पूर्वात्तर राज्य उबाल पर है और 24 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाना ‘‘देर से लिया गया फैसला” है. उन्होंने कहा, ‘‘अब बहुत देर हो चुकी है. मैंने केंद्र से मुझे मणिपुर जाने देने का अनुरोध किया था लेकिन मुझे सर्वदलीय बैठक के बारे में कल एक पत्र मिला.”बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र मणिपुर में शांति बहाल करने में नाकाम रहा है जहां जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों क मौत हो चुकी है.
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