Where was the photo of Gandhiji on the taken indian currency government RBI


दरअसल 15 अगस्त 1947 को देश आजादी तो मिल गई थी, लेकिन इसके दो साल बाद भी आजाद भारत की करेंसी के रंग-रूप में कोई बदलाव नहीं हुआ था. 1949 तक भारतीय रुपयों पर ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज (छठवें) की तस्वीर ही छप रही थी.

दरअसल 15 अगस्त 1947 को देश आजादी तो मिल गई थी, लेकिन इसके दो साल बाद भी आजाद भारत की करेंसी के रंग-रूप में कोई बदलाव नहीं हुआ था. 1949 तक भारतीय रुपयों पर ब्रिटेन के राजा किंग जॉर्ज (छठवें) की तस्वीर ही छप रही थी.

इसके बाद साल 1949 में भारत सरकार पहली बार 1 रुपये के नोट पर नया रूप लेकर आई और इसपर किंग जॉर्ज की जगह अशोक स्तंभ की तस्वीर छपी.

इसके बाद साल 1949 में भारत सरकार पहली बार 1 रुपये के नोट पर नया रूप लेकर आई और इसपर किंग जॉर्ज की जगह अशोक स्तंभ की तस्वीर छपी.

कुछ सालों तक भारतीय रुपयों पर अशोक स्तंभ के साथ अलग-अलग तस्वीर छपती रही, जैसे आर्यभट्ट, सैटेलाइट या फिर कोणार्क का सूर्य मंदिर.

कुछ सालों तक भारतीय रुपयों पर अशोक स्तंभ के साथ अलग-अलग तस्वीर छपती रही, जैसे आर्यभट्ट, सैटेलाइट या फिर कोणार्क का सूर्य मंदिर.

फिर साल 1969 में महात्मा गांधी की 100वीं जयंती पर  पहली बार महात्मा गांधी की फोटो भारतीय रुपयों पर नजर आई. भारतीय नोट पर जो महात्मा गांधी की तस्वीर छापी गई थी वो उनके सेवाग्राम आश्रम की थी. साल 1987 में दूसरी बार 500 रुपये के नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपी. इसके बाद आरबीआई के प्रस्ताव के बाद केंद्र सरकार ने साल 1996 से स्थायी रूप से गांधीजी की तस्वीर को भारतीय नोटों पर जगह दी.

फिर साल 1969 में महात्मा गांधी की 100वीं जयंती पर पहली बार महात्मा गांधी की फोटो भारतीय रुपयों पर नजर आई. भारतीय नोट पर जो महात्मा गांधी की तस्वीर छापी गई थी वो उनके सेवाग्राम आश्रम की थी. साल 1987 में दूसरी बार 500 रुपये के नोट पर महात्मा गांधी की तस्वीर छपी. इसके बाद आरबीआई के प्रस्ताव के बाद केंद्र सरकार ने साल 1996 से स्थायी रूप से गांधीजी की तस्वीर को भारतीय नोटों पर जगह दी.

बता दें कि नोटों पर जो महात्मा गांधी की तस्वीर नजर आती है वो ओरिजिनल फोटो का कट आउट है. ये तस्वीर साल 1946 में कलकत्ता (अब कोलकाता) के वायसराय हाउस में ली गई थी. उस वक्त महात्मा गांधी ब्रिटिश नेता लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक लॉरेंस से मिलने गए थे. इसी दौरान उनकी ये तस्वीर खींची गई थी.

बता दें कि नोटों पर जो महात्मा गांधी की तस्वीर नजर आती है वो ओरिजिनल फोटो का कट आउट है. ये तस्वीर साल 1946 में कलकत्ता (अब कोलकाता) के वायसराय हाउस में ली गई थी. उस वक्त महात्मा गांधी ब्रिटिश नेता लॉर्ड फ्रेडरिक विलियम पेथिक लॉरेंस से मिलने गए थे. इसी दौरान उनकी ये तस्वीर खींची गई थी.

Published at : 15 Jun 2024 01:27 PM (IST)

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