Which country in the world has the highest number of bird species India is at this number in the list

[ad_1]

Birds Species: हर साल दुनिया भर में एक सम्मेलन किया जाता है जहां पर पक्षियों की प्रजातियां की गणना की जाती है. साल 2013 में यह सम्मेलन शुरू हुआ था. इस सम्मेलन का नाम है द ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट यानी जीबीबीसी. इस साल इसका 12वां सालाना आयोजन था. इस साल के आयोजन के आंकड़े भी सामने आ चुके हैं. 16 फरवरी से लेकर 19 फरवरी तक यह सम्मेलन हुआ. जिसमें दुनिया भर के पक्षी प्रेमियों, आम नागरिकों और छात्रों ने हिस्सा लिया. इस दौरान 3.18 लाख चेक लिस्ट  और 7,895 पक्षियों की प्रजातियां रिकॉर्ड की गई. आईए जानते हैं दुनिया के किस देश में है पक्षियों की सबसे ज्यादा प्रजातियां और भारत इस मामले में किस नंबर पर है. 

कोलंबिया में है सबसे ज्यादा प्रजातियों 

द ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट का हर साल आयोजन होता है. यहां आयोजन चार दिनों तक चलता है. इसमें  दुनिया के तमाम लोग हिस्सा लेते हैं. इससे पता चल जाता है कि दुनिया में पक्षियों की कितनी प्रजातियां मौजूद हैं. दुनिया भर से इस आयोजन के लिए चेक लिस्ट भेजी जाती हैं. इस साल भी 3.18 लाख चेक लिस्ट भेजी गईं. वहीं इस साल पक्षियों की 7,895  प्रजातियां दर्ज की गई. दुनिया में सबसे ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां कोलंबिया में दर्ज की गई. कोलंबिया में कुल 1,363 प्रजातियां दर्ज की गईं. तो वही दूसरे नंबर पर इक्वेडोर रहा जहां 1,130 प्रजातियां दर्ज की गई. चौथे स्थान पर इस साल ब्राजील रहा जहां जहां 1,007 पक्षियों की प्रजातियां दर्ज की गईं.

भारत है तीसरे नंबर पर

भारत में पक्षियों की प्रजातियां की बात की जाए तो इसकी संख्या 1036 दर्ज की गई है. द ग्रेट बैकयार्ड बर्ड काउंट सम्मेलन में इस बात की पुष्टि हुई है. भारत में पश्चिम बंगाल पक्षियों की सबसे ज्यादा प्रजातियां दर्ज की गई है. पश्चिम बंगाल में कुल 538 पक्षियों की प्रजातियां दर्ज की गई है. इसके अलावा इस लिस्ट में उत्तराखंड दूसरे स्थान पर रहा जहां 426 प्रजातियां दर्ज की गई. तो वहीं असम में 420, महाराष्ट्र में 403, अरुणाचल प्रदेश में 396, कर्नाटक में 387, तो वहीं तमिलनाडु में 358, गुजरात में 354, केरल में 340, आंध्र प्रदेश में 321, हिमाचल प्रदेश में 321 तो राजस्थान में 305 प्रजातियां दर्ज की गई हैं. 

यह भी पढ़ें: पृथ्वी के बाहर ऐसी जगह जहां हर दिन बनती है 1 हजार टन ऑक्सीजन, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

[ad_2]

Source link

x