Why do rich people of India buy flats in Dubais Palm Jumeirah where Ambani also has a flat worth billions of rupees
संयुक्त अरब अमीरात अपनी लैविश लाइफस्टाइल और खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यहां की बड़ी–बड़ी इमारतें और आलीशान जीवनशैली लोगों को खासा आकर्षित करती है. दुनियाभर के लोग छुट्टियां बताने के लिए कई बार दुबई का ऑप्शन चुनते हैं. ऐसे में भारत के अमीरों को दुबई की खूबसूरती के साथ वहां की प्रॉपर्टी भी खासी लुभाती है.
भारत के उद्योगपति मुकेश अंबानी, बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान, ब्रिटिश फुटबॉलर डेविड बेकहम जैसी हस्तियों ने भी दुबई में अपना आशियाना खरीदा हुआ है. हालांकि इन सभी की प्रॉपर्टी में एक जगह बहुत आम है और वो है दुबई का पॉम जुमेराह बीच, लेकिन क्यो? चलिए जान लेते हैं.
आठवां आश्चर्य कहा जाता है पाम जुमेराह
दुबई का पाम जुमेराह बेहद खास जगह है. यही वजह है कि ये भारत के अमीरों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर क्यों? तो बता दें कि दुबई की इस जगह को आंठवा अजूबा भी मानी जाती है, क्योंकि ये जगह रेत और पत्थरों से बनाई गई है. असंभव लगने वाला ये कारनामा सिर्फ दुबई में ही संभव लगता है. यहां दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा भी मौजूद है.
दरअसल पाम जुमेराह कृत्रिम द्वीपों का एक समूह है जिसका निर्माण 21वीं सदी की शुरुआत में किया गया था. उस समय संयुक्त अरब अमीरात के पेट्रोलियम से प्राप्त आय बड़े पैमाने पर इसके निर्माण पर खर्च की गई थी. इस जगह को बनाने में 70 लाख टन पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है, जो पास के अल–हजर पर्वत से लिए गए थे. द्वीप बनाने के लिए समुद्र तल से 94 मिलियन क्यूबिक मीटर से ज्यादा रेत हटा दी गई थी. रिपोर्ट्स की मानें तो पॉम जुमेराह में इस्तेमाल की गई रेत और पत्थर से दो मीटर ऊंची दीवार बन सकती है जो पृथ्वी को तीन बार घेर सकती है. ऐसे में यदि इस जगह को ‘आठवां अजूबा’ कहा जाए तो गलत नहीं होगा.
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