Why is the color of wine dark red has this thought ever come to your mind while drinking


शराब पीने के शौकीन लोग पूरी दुनिया में हैं. इतना ही नहीं कई जगहों पर लोग लाखों रुपये की ब्रांड वाली शराब भी पीते हैं. शराब में भी कई तरह की वैरायटी आती है. जिसमें बीयर, वाइन, व्हिस्की शामिल है. कुछ लोग वाइन ज्यादा पीना पसंद करते हैं, वहीं कुछ लोग व्हिस्की पीना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि वाइन का रंग लाल ही क्यों होता है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे.

शराब

दुनियाभर के अधिकांश देशों में लोग शराब पीना पसंद करते हैं. हालांकि सभी देशों में अलग-अलग ब्रांड की शराब मौजूद होती है, वहीं कुछ देशो में इंटरनेशनल शराब भी मिलती है. दुनियाभर में शराब का व्यापार अरबों रूपये का है. जहां शराब में कुछ लोग व्हिस्की पीना पसंद करते हैं, तो वहीं कुछ लोग वाइन पीते हैं. वाइन में भी रेड वाइन सबसे अधिक पसंद की जाती है. लेकिन रेड वाइन पीते हुए कभी आपके दिमाग ये बात आई है कि आखिर वाइन का रंग गहरा लाल क्यों होता है.

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वाइन का रंग

वाइन का रंग अंगूर की त्वचा से ही आता है. काले अंगूर की वाइन का रंग गहरा लाल होता है. लाल अंगूर से आम तौर पर लाल वाइन बनती है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता है. हरे अंगूर से सफ़ेद वाइन बनती है, जो हमेशा सफ़ेद नहीं होती है. 

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अंगूरों से तय होती है वाइन का रंग 

सफेद वाइन मुख्य रूप से सफेद अंगूरों से बनाई जाती है, जो ख़ास तौर पर वाइन बनाने के लिए ही उगाये जाते हैं. फर्मेंटेशन प्रक्रिया से पहले छिलके को रस से अलग किया जाता है. रेड वाइन गहरे लाल या काले अंगूरों से बनाई जाती है. अंगूर को क्रश करके जूस निकाला जाता है और फिर उस जूस को फर्मेंटेशन किया जाता है. इस प्रक्रिया के दौरान crushed अंगूरों के छिलकों को जूस से हटाया नहीं जाता है. दूसरे शब्दों में कहें तो रेड वाइन लाल अंगूरों (पिनोट नॉयर, कैबरनेट सॉविनन , मालबेख आदि) से बनाई जाती है. व्हाइट वाइन सफेद अंगूरों (शॉर्डोने, सॉविनन ब्लां , पिनोट ग्रिगियो आदि) से बनाई जाती है.

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क्या है बनाने का तरीका

अंगूरों को तोड़ने और वाइन बनाने के लिए ले जाने के बाद रेड या व्हाइट वाइन बनाने के लिए अलग-अलग प्रक्रियाओं का उपयोग किया जाता है. सबसे महत्वपूर्ण अंतरों में से एक यह है कि रेड वाइन के लिए अंगूर के छिलकों और बीजों सहित फर्मेंटेड किया जाता है. जबकि व्हाइट वाइन को छिलकों और बीजों सहित फर्मेंटेड नहीं किया जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि रेड वाइन का जो रंग है वो अंगूर के छिलके और उसके बीज से आता है.

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