World Sees India As Development Partner Now, Says EAM Jaishankar On 9 Years Of Modi Govt – आज दुनिया हिन्दुस्तान को विकास साझीदार के तौर पर देखती है : मोदी सरकार के 9 साल पर विदेशमंत्री जयशंकर


आज दुनिया हिन्दुस्तान को 'विकास साझीदार' के तौर पर देखती है : मोदी सरकार के 9 साल पर विदेशमंत्री जयशंकर

नई दिल्‍ली:

भारतीय जनता पार्टी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर एक महीने का अभियान शुरू किया है. इस दौरान पिछले 9 सालों में केंद्र सरकार द्वारा किये गए कार्यों के बारे में लोगों को सूचित किया जा रहा है. अब विदेश मंत्री एस जयशंकर भी लोगों को मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनवा रहे हैं. बीते 9 सालों में भारत की विदेश नीति के बारे में उन्‍होंने कहा कि आज दुनिया हिन्दुस्तान को ‘विकास साझीदार’ के तौर पर देखती है.

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पीएम नरेंद्र मोदी की विदेश नीति के 9 साल पूरे होने पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एस जयशंकर ने कहा, “दुनिया, विशेष रूप से ग्लोबल साउथ, भारत को एक विकास भागीदार के रूप में देखता है. एक विश्वसनीय, प्रभावी विकास भागीदार के रूप में. भारत अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहा है, जिसे दुनिया ने भी माना है.”

जयशंकर ने उत्तरी सीमा पर स्थिति का हवाला और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के खिलाफ खड़े होने का हवाला देते हुए कहा कि भारत अब जबरदस्ती से प्रभावित नहीं होता है.

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में मोदी सरकार के सत्ता में आने पर पड़ोसी देशों के नेताओं के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आने से लेकर आज तक विदेश नीति को लेकर स्पष्टता रही जो दुनिया को जानने, पड़ोस प्रथम सहित अन्य रूपों में सामने आई.

विदेश मंत्री ने वैश्विक मंच पर भारत के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि आर्थिक सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारत ने महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें कोविड रोधी टीके की आपूर्ति का अभियान ‘ऑपरेशन मैत्री’ शामिल है. उन्होंने देशों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करने में भारत के योगदान का उल्लेख करते हुए श्रीलंका के आर्थिक संकट का उदाहरण दिया. उन्होंने विदेशों में रहने वाले भारतीयों के कल्याण का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने लगभग हर वर्ष किसी न किसी अभियान को संचालित किया.

विदेश मंत्री ने इस संबंध में यूक्रेन युद्ध के दौरान भारतीय छात्रों को वापस लाने, सूडान और अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को वापस लाने संबंधी अभियानों का जिक्र किया.  जयशंकर ने जलवायु परिवर्तन से निपटने में भारत की भूमिका तथा अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन जैसी पहल का भी उल्लेख किया.

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