WTC Final India vs Australia Oval Test Record Team India Virat Kohli Win in 2021 Rohit Sharma Test | भारत के लिए आसान नहीं होगी ऑस्ट्रेलियाई चुनौती! डराने वाले हैं ओवल के आंकड़े
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के केनिंग्टन ओवल में 7 जून से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के दूसरे संस्करण का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस मुकाबले से पहले इस मैदान पर दोनों टीमों का रिकॉर्ड देखना बेहद दिलचस्प हो जाता है। वहीं जो आंकड़े सामने आए हैं वो भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं हैं। हालांकि, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मैदान पर यह पहली भिड़ंत होगी। यानी दोनों के लिए यह न्यूट्रल वेन्यू है। पर ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड और अनुभव इस मैदान पर टीम इंडिया से कहीं ज्यादा है। यह हम नहीं बल्कि आंकड़े कह रहे हैं।
भारतीय टीम ओवल के मैदान पर इससे पहले जहां 14 टेस्ट मैच खेली है वहीं कंगारू टीम ने 38 टेस्ट मैच इस मैदान पर खेले हैं। दोनों टीमों ने हर बार इंग्लैंड का सामना ही किया है। ओवल को वैसे तो इंग्लैंड का गढ़ कहा जाता था लेकिन पिछले कुछ सालों में ऑस्ट्रेलिया से लेकर टीम इंडिया तक सभी ने उसे यहां मात दी। अगर आपको याद दिलाएं 2021 में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड को इस मैदान पर 157 रनों से चित किया था। मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा ने वहां शतक भी जड़ा था। अगर ऐसा है तो यह जानना और दिलचस्प हो जाता है कि दोनों टीमों का ओवरऑल रिकॉर्ड यहां कैसा है।
भारतीय टीम ने साल 2021 में जीता था ओवल में शानदार टेस्ट
ओवल में टीम इंडिया का रिकॉर्ड
भारतीय टीम ने ओवल में कुल 14 टेस्ट मैच खेले हैं। टीम ने यहां 1936 में पहला टेस्ट मैच खेला था। भारतीय टीम को यहां पांच बार हार मिली है और सात टेस्ट मैच ड्रॉ हुए हैं। जीत सिर्फ भारत को यहां दो बार मिली है। विनिंग पर्सेंट भी टीम का करीब 14 प्रतिशत रहा है। टीम इंडिया को यहां पर पहली जीत 1971 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में मिली थी। फिर 50 साल के इंतजार के बाद 2021 में विराट कोहली ने ओवल का किला फतह करते हुए अंग्रेजों को धूल चटाई थी। अब अग्निपरीक्षा है रोहित शर्मा की।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ओवल में खेले कितने मैच
अब अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम की बात करें तो उसने ओवल में कुल 38 टेस्ट मैच खेले हैं। टीम ने 1880 से साल 2019 तक इस मैदान पर 17 हार झेलीं और 14 टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए। कंगारू टीम इस मैदान पर सिर्फ सात मैच में ही जीत दर्ज कर पाई। उसका विनिंग पर्सेंट 18 प्रतिशत है जो भारत से तो ज्यादा है लेकिन कुछ खास नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास इस ग्राउंड पर खेलने का अनुभव ज्यादा है। अब देखना होगा कि आगामी फाइनल में दोनों टीमों के बीच मुकाबला कैसा होगा?