Y – News18 हिंदी


रिपोर्ट- भरत चौबे

सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी शहर की जल निकासी व्यवस्था में बड़ा सुधार लाने के लिए वॉटर ड्रेनेज प्रोजेक्ट का काम शुरू कर दिया गया है. इसके लिए शहर के दक्षिणी हिस्सा से काम भी शुरू किया गया है. इस परियोजना के तहत चेन सिस्टम के माध्यम से शहर का गंदा पानी लखनदेई नदी में छोड़ा जाएगा. बता दें कि शहर को जल जमाव से मुक्ति दिलाने के लिए 104.56 करोड़ की लागत से तीन फेज में कार्य  किया जाना है.

इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का पहला चरण मेला रोड में रिंग बांध स्थित हनुमान मंदिर से आरंभ हो चुका है. इस चरण में पानी को भवदेपुर, अस्पताल रोड, महंथ साह चौक और मेन रोड के रास्ते शहर के दक्षिणी इलाके से लखनदेई नदी में बहाया जाएगा. इस प्रोजेक्ट का दूसरा चरण उत्तरी क्षेत्र में लागू होगा और अगले बरसात से पूर्व पूरा करने की योजना है. इस परियोजना को तीन फेज में पूरा किया जाएगा.

यह परियोजना शहर में जल निकासी की समस्या को सुलझाने और पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभाएगी. इससे न केवल शहर की स्वच्छता में सुधार होगा बल्कि जल प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी. मिली जानकारी के अनुसार राशि निर्गत होने और सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बावजूद कार्य में देरी हो रही थी जिससे शहर की जलजमाव समस्याएं गंभीर हो गई हैं. एजेंसी ने आश्वस्त किया कि वे युद्धस्तर पर एक साथ पांच स्थानों पर तेजी से कार्य करेंगे.

पहले काम पथ निर्माण विभाग की एनओसी ना होने से और अन्य कारणों से कार्य रुका था. एनओसी मिलने के बाद एजेंसी ने निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया है. इससे स्थानीय निवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है.

इस तरह चेन सिस्टम से जुड़ेंगे नाले
शहर के मेला रोड नाले का निर्माण करते हुए भवदेपुर चौक से पार्क रोड, हॉस्पिटल रोड होते हुए लखनदेई नदी तो इधर शहर के सिनेमा रोड, लोहापट्टी से गांधी चौक, महंत साह चौक में रोड होते हुए चेन सिस्टम के जरिए लखनदेई नदी में शहर के पानी को गिराया जाएगा. जिसके बाद रीगा रोड होते हुए अंबेडकर चौक, गौशाला मुरलिया चक मधुबन होते हुए लखनदेई नदी और चाणक्यपुरी, भवदेपुर होते हुए लखनदेई नदी तक निर्माण कराया जायेगा.

ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से नदी में गिरेगा गंदा पानी
सभी नालों के पानी को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से साफ किया जाएगा और उसके बाद ही उसे नदी में डाला जाएगा. लखनदेई नदी को पुनर्जीवित करने के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है. यह प्रक्रिया नदी की जल गुणवत्ता को बेहतर बनाएगी और प्रदूषण को कम करेगी. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट नालों के पानी से हानिकारक तत्वों को हटाकर इसे स्वच्छ बनाएगा जिससे नदी का पारिस्थितिकी तंत्र स्वस्थ रहेगा. इस पहल से नदी की सेहत में सुधार होगा और स्थानीय समुदायों के जीवन स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में कनीय अभियंता बुडको सरफरोज आलम ने बताया की युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. शहर के मेला रोड से कार्य को प्रारंभ कर दिया गया है. इसके तहत चेन सिस्टम के जरिए सभी नालों को कनेक्ट कर लखनदेई नदी में पानी की निकासी की जाएगी.

Tags: Local18



Source link

x